यूपी में हर दूसरे दिन खुल रहे तीन प्राइवेट डिग्री कॉलेज, छह साल में खुल गए 1180 नए संस्थान

प्रदेश में उच्च शिक्षा में परंपरागत पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करवाने वाले निजी डिग्री कॉलेजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। छह सालों के आंकड़ों को देखें तो हर साल औसतन 196 निजी डिग्री कॉलेज खुल रहे हैं।

यह तब है जब पिछले शैक्षिक सत्र 2022-23 में नए कॉलेजों की संख्या शून्य है। 2017-18 में प्रदेश में स्ववित्तपोषित अशासकीय महाविद्यालयों की संख्या 6192 थी, जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर 7372 हो गई। यानी पांच साल में 1180 नए निजी कॉलेज खुल गए।

2022-23 में बीए, बीएससी, बीकॉम जैसे परंपरागत कोर्स संचालित कर रहे उच्च शिक्षण संस्थानों की संख्या 7927 थी। इनमें विश्वविद्यालयों की संख्या 52 (राज्य विवि 20, मुक्त विवि 01, डीम्ड विवि 01 और निजी विवि 30) थे। महाविद्यालयों की संख्या 7875 (राजकीय 172, शासकीय सहायता प्राप्त 331 और निजी 7372) थी।

44 लाख से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत
प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में 40 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। 2022-23 सत्र में कुल 4418809 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। 2021-22 में 4540605 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। कोरोना काल में पड़े शैक्षिक सत्र 2020-21 में 5021277 छात्र-छात्राओं ने नाम लिखा था। विद्यार्थियों की यह संख्या पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है।

उच्च शिक्षा निदेशक प्रोफेसर ब्रह्मदेव के अनुसार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार के स्तर से काफी प्रयास हो रहे हैं। निजी महाविद्यालयों के साथ ही विश्वविद्यालयों को मान्यता मिली है। कई राजकीय कॉलेज भी खोले जा रहे हैं। इससे सकल नामांकन अनुपात (ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो) में वृद्धि हुई है और छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए परेशान होना नहीं पड़ रहा है।

वर्षवार निजी कॉलेजों की संख्या
2022-23 7372
2021-22 7372
2020-21 6890
2019-20 6682
2018-19 6531
2017-18 6192

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