विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में उत्तर प्रदेश सरकार इस वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट पेश करने की तैयारी में है। अनुपूरक के माध्यम से सरकार चालू बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए खजाना खोलेगी।इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के दौरान पेश भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के अवशेष संकल्पों को पूरा करने की कोशिश भी करेगी।अनुपूरक बजट का आकार 35 से 40 हजार करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। प्रदेश सरकार कुछ नई योजनाएं यदि लाने की सोचेगी तो आकार और बढ़ सकता है। शीतकालीन सत्र की तिथियां अभी तय नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि नवंबर के दूसरे पखवाड़े में प्रदेश सरकार यह सत्र बुला सकती है। इस सत्र को ध्यान में रखते हुए वित्त विभाग आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट की तैयारियों के बीच चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले अनुपूरक बजट का आकार तय करने में जुट गया है।
अयोध्या की चालू परियोजनाओं के लिए होगा खास इंतजाम
अनुपूरक बजट में जनवरी में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में पहले से चल रही बड़ी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किए जाने के लिए अतिरिक्त बजट का आवंटन किया जा सकता है। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर व औद्योगिक विकास से जुड़ी बड़ी परियोजनाएं जिन्हें मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है, उनके लिए अवशेष धन का इंतजाम इस बजट में किया जाएगा।
आमचुनाव 2024 की झलक भी दिख सकती है अनुपूरक में
इस अनुपूरक बजट में आमचुनाव 2024 की तैयारियों की झलक भी देखने को मिल सकती है। अनुपूरक के माध्यम से सरकार मतदाताओं के बड़े वर्ग को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए बड़ी योजना ला सकती है। माना जा रहा है कि आमचुनाव की तैयारियों के बीच प्रस्तुत किए जाने वाले इस अनुपूरक बजट के मूल में आमजनता होगी।
विभागों के प्रस्ताव पहले ही पहुंच चुके हैं वित्त विभाग के पास
बता दें कि दो-तीन माह पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा अनुपूरक बजट लाने की चर्चाएं तेज हुई थीं। उस दौरान वित्त विभाग ने विभागों से अनुपूरक बजट के लिए प्रस्ताव मांगे थे। विभागों से मिले प्रस्तावों पर उसी समय अनुपूरक में शामिल किए जाने वाले प्रस्तावों की सूची तैयार कर ली गई थी। वित्त विभाग अब प्रदेश सरकार द्वारा शीतकालीन सत्र की तिथियां तय होने और सरकार द्वारा अनुपूरक बजट के लिए दिए जाने वाले दिशा-निर्देशों के इंतजार में है।