समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बुधवार को छह प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के साथ एक बार फिर पीडीए का नारा दिया गया है।
एक्स पर लिखा गया है कि होगा पीडीए के नाम एकजुट मतदान। जबकि नामों की लिस्ट देखने पर साफ है कि अखिलेश यादव ने ज्यादा भरोसा नेताओं के परिवारों पर ही जताया है। छह में से पांच सीटों पर नेताओं के बेटे-बेटी, पत्नी और रिश्तेदार को टिकट दिया गया है।यूपी में कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर नगर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) में उपचुनाव होने हैं। सपा ने इनमें से अयोध्या की मिल्कीपुर, मैनपुरी की करहल, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मिर्जापुर की मझवां, कानपुर की सिसामऊ और प्रयागराज की फूलपुर सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है।UP उपचुनाव: सपा के 6 कैंडिडेट की लिस्ट में पीडीए को तरजीह, अवधेश की सीट से बेटासबसे ज्यादा चर्चित अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर अजित प्रसाद को उतारा गया है। अजीत प्रसाद इसी सीट से विधायक रहे और अब सपा के सांसद बन गए अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। अखिलेश ने अपनी सीट करहल से परिवार के ही तेज प्रताप यादव को टिकट दिया है। तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद और अखिलेश यादव के भतीजे लगते हैं। वह पहले भी मैनपुरी से सांसद रह चुके हैं।कानपुर की सीसामऊ सीट से नसीम सोलंकी को उतारा गया है। नसीम यही से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी हैं। इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में सजा के कारण ही यह सीट रिक्त हुई है।अखिलेश यादव की सीट पर सपा प्रत्याशी तय, करहल पहुंचे रामगोपाल ने किया नाम का ऐलानअंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से शोभावती वर्मा को टिकट दिया गया है। शोभावती वर्मा अम्बेडकरनगर के सांसद लालजी वर्मा की पत्नी हैं। लालजी वर्मा के सांसद बनने के कारण ही यह सीट रिक्त हुई है। मिर्जापुर की मझवां से ज्योति बिंद को उतारा गया है। ज्योति बिंद पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी हैँ।केवल एक सीट प्रयागराज की फुलपुर में किसी नेता के परिवार से इतर टिकट बांटा गया है। यहां पूर्व विधायक मुज्जतफा सिद्दीकी को टिकट दिया गया है। मुज्जतफा को पिछली बार भी सपा ने उतारा था। तव वह भाजपा के प्रवीण पटेल से मामूली अंतर से हार गए थे। 2017 में मुज्जतफा बसपा के टिकट पर विधायक बने थे।