यूपी की योगी सरकार ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट का विस्तार कर लिया। इस विस्तार में चार विधायकों को शपथ दिलाई गई और मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर और बीजेपी के एमएलसी दारा सिंह चौहान का मंत्री बनना पहले से तय था।राजभर और दारा के अलावा रालोद के अनिल कुमार और बीजेपी के साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा का नाम चौकाने वाला रहा। रालोद के मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा तो थी लेकिन अनिल की जगह दो अन्य विधायकों का नाम चल रहा था। सुनील शर्मा का नाम तो मंगलवार की सुबह तक चर्चा में नहीं था।
अनिल कुमारः सपा नेता, रालोद के सिंबल पर लड़े चुनाव
रालोद विधायक अनिल कुमार पिछले विधानसभा चुनाव से पहले तक सपा में थे। उन्हें रालोद के सिंबल पर चुनावी मैदान में उतारा गया था। सपा का होने के कारण ही राज्यसभा चुनाव से पहले उनके क्रास वोटिंग की चर्चा भी हो रही थी। रालोद के पुराने और कद्दावर नेताओं को छोड़कर अनिल को मंत्री बनाने के पीछे राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ देने का इनाम माना जा रहा है। अनिल कुमार मूल रूप से सहारनपुर के गांव तहारपुर के रहने वाले हैं। वह शहर के अंकित विहार कॉलोनी में रहते हैं।मुजफ्फरनगर जिले की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट पुरकाजी से अनिल कुमार रालोद के टिकट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में विधायक बने थे। वह तब सपा में थे लेकिन रालोद के सिंबल पर चुनाव लड़ा था। इससे पहले 2017 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2012 के चुनाव में पुरकाजी सीट से ही अनिल कुमार बसपा के टिकट पर विधायक बने थे। रालोद ने अनुसूचित जाति के मतदाताओं को साधने के लिए सुरक्षित सीट से विधायक अनिल कुमार का नाम मंत्री बनने के लिए आगे किया है।
सुनील शर्माः बड़ा ब्राह्मण चेहरा, रिकॉर्ड मार्जिन से जीते
योगी मंत्रिमंडल में शामिल चौथे विधायक सुनील शर्मा साहिबाबाद विधानसभा सीट से एमएलए हैं। सुनील शर्मा तीसरी बार विधायक बने हैं। सबसे पहले 15वीं विधानसभा में वह गाजियाबाद की सीट से चुनकर विधायक बने थे। उसके बाद 17वीं और 18वीं विधानसभा में वह साहिबाबाद की सीट से जीतकर विधायक बने हैं। सुनील शर्मा की गिनती बड़े ब्राह्मण नेताओं में होती है। उनको उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का करीबी माना जाता है।
2017 के विधानसभा चुनाव में शर्मा सबसे अधिक वोटो से जीते थे। इस दौरान उनका मार्जिन तकरीबन डेढ़ लाख वोटो का था। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सुनील ने सबसे अधिक वोटों से चुनाव जीता था। इस दौरान वह करीब 2 लाख 14 हजार से अधिक मार्जिन से जीते थे।