रायबरेली में नगर पालिका परिषद के खाते से तीन करोड़ से ज्यादा रुपए दूसरे के खातों में ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है। इसके पीछे उन्हीं साइबर अपराधियों का मामला माना जा रहा है तो आम लोगों को मूर्ख बनाकर लाखों रुपये उड़ाते हैं।
मामले की जानकारी मिलने पर खलबली मच गई। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। इससे पहले वाराणसी में नगर निगम के फेसबुक पेज पर साइबर अपराधियों ने अटैक करते हुए उसे हैक कर लिया और ब्लू फिल्में डाल दी थीं। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह नगर निगम ने पेज को दोबारा हासिल किया और फिल्मों के पोस्ट हट सके थे।
रायबरेली पुलिस सूत्रों से शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार साइबर अपराधियों ने महज एक दिन में नगर पालिका परिषद के खाते से सवा तीन करोड़ रुपए दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया। जानकारी मिलते ही पालिका अफसरों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिशासी अधिकारी ने मामले की तहरीर सदर कोतवाली में दी। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
नगर पालिका की ओर से कोतवाली में दी तहरीर में उल्लेख किया फ्राड एक्टीविटी के माध्यम से नगर पालिका परिषद के एकाउंट से तीन करोड़ 22 लाख से अधिक रुपये दूसरे खातों में भेज दिया गया था। इसमें अलग-अलग फर्मों में तीन बार में उक्त धनराशि भेजा गया। यह गड़बड़ी आईसीआईसीआई बैंक मुख्य ब्रांच के खाते से किया गया है।
उधर नगर पालिका परिषद के चैयरमैन शत्रुघ्न सोनकर ने आज बताया कि इस मामले में बाहर के एक व्यक्ति के शामिल होने से इंकार नहीं है। यह व्यक्ति पहले भी मोटी रकम की जालसाजी कर चुका है और दोबारा हो सकता है, इसने फिर से लंबा हाथ मार दिया हो।
संजय त्यागी ने ईओ की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मामला पंजीकृत कर लिया है। उन्होंने कहा है कि मामले जांच चल रही है, जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए रकम खातों में वापस कराई जाएगी।