यूपी में पहले चरण में सात सीटों पर त्रिकोणीय, एक पर चतुष्कोणीय मुकाबला, जानिए क्या है समीकरण

लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में पहले चरण की नामांकन की प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो गई। यूपी में पहले चरण में आठ सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। सभी सीटों पर सपा-कांग्रेस के इंडिया गठबंधन, भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए और बसपा ने सभी सीटों पर दावेदारी ठोकी है।

एक सीट पर आजाद समाज पार्टी की तरफ से खुद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद के उतरने से चुनाव रोचक हो गया है। इससे जहां अन्य सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं, वहीं चंद्रशेखर आजाद के उतरने से नगीना में चतुष्कोणीय लड़ाई देखने को मिल सकती है। पहले चंद्रशेखर आजाद के सपा की तरफ से ही उतरने की चर्चा थी लेकिन बात नहीं बनने से आजाद समाज पार्टी के सिंबल पर मैदान में उतरे हैं। पहले असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था लेकिन किसी सीट पर नामांकन नहीं किया है। ऐसे में इंडिया गठबंधन को राहत मिली है।

यूपी में पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में वोटिंग होंगी। इनमें ज्यादातर सीटें मुस्लिम बाहुल्य हैं। ऐसे में मायावती ने आठ में से चार सीटों सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में मुस्लिम प्रत्याशियों पर ही दांव लगाया है। सपा ने पहले चरण की आठ में से एक सीट सहारनपुर कांग्रेस को दी है। इस गठबंधन की तरफ से भी चार सीटों सहारनपुर, कैराना, मुरादाबाद और रामपुर में मुस्लिम प्रत्याशी ही दिया गया था।

बुधवार को नामांकन के अंतिम दिन मुरादाबाद में एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को देने से अब आठ में से तीन सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी रह गए हैं। अब सहारनपुर और रामपुर में सपा-कांग्रेस गठबंदन और बसपा दोनों तरफ से मुस्लिम प्रत्याशी हैं।

वहीं भाजपा ने पहले चरण की आठ में से एक बिजनौर सीट रालोद को दी है। इस पर रालोद ने चंदन चौहान को उतारा है। भाजपा ने सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद और रामपुर में अपने प्रत्याशियों को रिपीट किया है। हालांकि रामपुर में 2029 में जयाप्रदा को उतारा गया था। जयाप्रदा आजम खान से हार गई थीं। आजम के इस्तीफे पर खाली हुई रामपुर सीट पर उपचुनाव में घनश्याम लोधी को उतारा गया और उन्होंन जीत हासिल की थी। ऐसे में घनश्याम लोधी को दोबारा टिकट दिया गया है।

किस सीट पर किसका-किसका मुकाबला
सहारनपुर

सहारनपुर में भाजपा ने राघव लखनपाल को दोबारा टिकट दिया है। पिछली बार राघव लखनपाल ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी हाजी फजलुर्रहमान को हराया था। हाजी फजलुर्रहमान तब बसपा के टिकट पर उतरे थे। इस बार बसपा ने माजिद अली को उतारा है। वहीं, इस बार सपा ने यह सीट कांग्रेस को दी है। कांग्रेस ने इमरान मसूद को उतारा है। इमरान मसूद पिछली बार भी काग्रेस के टिकट पर मैदान में थे।

कैराना
कैराना में भी भाजपा ने मौजूदा सांसद प्रदीप कुमार को उतारा है। पिछली बार प्रदीप कुमार ने सपा प्रत्याशी तबस्सुम हसन को हराया था। इस बार सपा ने इकरा हसन को उतारा है। बसपा की तरफ से श्रीपाल राणा मैदान में आए हैं। मुख्य मुकाबला इस बार प्रदीप, इकरा और श्रीपाल राणा के बीच ही होने की उम्मीद जताई जा रही है।

मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा ने फिर से डॉक्टर संजीव कुमार बालियान को मौका दिया है। पिछली बार संजीव बालियान ने रालोद प्रमुख अजीत सिंह को यहां से हराकर खलबली मचा दी थी। अजीत सिंह को तब सपा और बसपा दोनों का समर्थन मिला हुआ था। इस बार सपा ने हरेंद्र मलिक को उतारा है। बसपा की तरफ से दारा सिंह प्रजापति को उतारा गया है। यहां बालियान, हरेंद्र मलिक और दारा सिंह में ही मुकाबला हो सकता है।

बिजनौर
बिजनौर सीट पिछली बार भाजपा के हाथ से निकल गई थी। इस बार भाजपा ने रालोद को यह सीट दे दी है। पिछली बार यहां से भाजपा ने कुंवर भारतेंद्र सिंह को उतारा था। उन्हें बसपा के मलूक नागर ने हरा दिया था। रालोद ने यहां से चंदन चौहान को उतारा है। बसपा की तरफ से चौधरी विजेंद्र सिंह उतरे हैं। सपा ने दीपक सैनी को उतारा है। ऐसे में सभी दलों से नए प्रत्याशियों के बीच इस बार मुकाबला होगा।

नगीना
नगीना सीट पिछली बार बसपा के पास चली गई थी। यहां से बसपा प्रत्याशी गिरीश चंद्र जीते थे। भाजपा ने तब यशवंत को उतारा था। इस बार भाजपा ने ओम कुमार को टिकट दिया है। बसपा ने इस बार सुरेंद्र मैनवाल को उतारा है। सपा ने पूर्व एडीजे मनोज कुमार पर दांव लगाया है। सपा-बसपा और भाजपा के साथ ही यहां मुकाबले को चतुष्कोणीय बना रहे हैं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद। चंद्रशेखर ने आजाद समाज पार्टी से नामांकन दाखिल किया है। एसटी बाहुल्य यह सीट सुरक्षित भी है।

मुरादाबाद
मुरादाबाद में भाजपा ने सर्वेश कुमार को उतारा है। सपा में रार के बाद यहां से रुचि वीरा को उतारा है। पहले एसटी हसन को टिकट दिया गया था। एसटी हसन ने ही यह सीट पिछले चुनाव में सपा की झोली में डाली थी। नामांकन के अंतिम समय में उनका टिकट कट गया। बसपा ने इरफान सैफी को उतारकर चुनाव रोचक बना दिया है। पिछली बार यहां से कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को भी उतारा था।

रामपुर
आजम खान का गढ़ कही जाने वाली रामपुर सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले घनश्याम लोधी को भाजपा ने दोबारा टिकट दिया है। 2019 में जयाप्रदा उतरी थी और आजम से हार गई थीं। सपा ने अंतिम समय में बुधवार की सुबह ही महीबुल्लाह नदवी को उतारा है। बसपा ने जीशान खान को उतार पर मुस्लिम वोटों पर अपना हक जताने की कोशिश की है। ऐसे में मुकाबला रोचक होने की पूरी उम्मीद है।

पीलीभीत
पीलीभीत में भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काटकर इस बार योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को उतारकर बड़ा दांव खेला है। सपा ने भगवत सरन गंगवार और बसपा ने अनील अहमद खां फूल बाबू को उतारा है। पिछली बार वरुण गांधी ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी हेमराज वर्मा को हराया था।

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