प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ताइवान में भूकंप से लोगों की मौत पर दुख जताया और कहा कि इस घड़ी में भारत वहां की जनता के साथ एकजुटता से खड़ा है। ताइवान में बुधवार सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए, जिससे इमारतें तथा राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गए तथा सात लोगों की मौत हो गई। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ताइवान में आज भूकंप के कारण लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”उन्होंने कहा, ‘‘हम ताइवान के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं क्योंकि वे भूकंप के बाद की परिस्थिति का सामना कर रहे हैं और इससे उबरने में लगे हैं।” पिछले 25 साल में आए सबसे शक्तिशाली भूकंप से राजधानी ताइपे में पुरानी इमारतों और कुछ नए कार्यालय परिसरों में टाइल्स गिर गईं। विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल कर खेल के मैदान में ले जाया गया और उन्हें हेलमेट पहनाए गए।कुछ बच्चे ऊपर से गिरती चीजो से बचाव के लिए अपने सिर को किताबों से ढकते दिखे। भूकंप के कारण दक्षिण-पूर्वी शहर हुलिएन के एक इलाके में स्थित पांच मंजिला इमारत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है। इसी शहर के पास भूकंप का केंद्र था।