हाथ में झाड़ू, तिहाड़ में सफाई के साथ हुई केजरीवाल के दूसरे दिन की शुरुआत; पूरे दिन क्या-क्या किया

तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले दिन झाड़ू (पार्टी सिंबल) उठाया और मंगलवार सुबह अपनी सेल (जेल बैरक) के फर्श और बाहर एक पेड़ के आसपास के एरिया में सफाई की।जेल सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। वहीं सोमवार को जेल में उनकी पहली रात बेचैनी में कटी। हालांकि जेल अधिकारियों ने जेल में बंद सीएम को रात में अपनी बैरक में ‘थोड़ा असहज’ बताया, लेकिन केजरीवाल जेल में भी अपनी सामान्य दिनचर्या को फॉलो किया।सीएम को जेल का खाना नहीं दिया जाता बल्कि कोर्ट के आदेश पर घर का खाना और दवाएं दी जाती हैं। वे सुबह जल्दी उठ गए और योगा किया। उन्हें शुगर है तो जेल नियमावली के अनुसार सुबह 7 बजे बिना चीनी वाली चाय व ब्रेड नाश्ते के तौर पर दी गई। उन्हें ज्यादातर सेल में चलते और किताब पढ़ते हुए देखा गया। केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात गार्ड अलर्ट हैं क्योंकि ऐसे इनपुट हैं कि कुछ कैदी मशहूर होने के लिए उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं।जेल प्रशासन ने बताया कि सीएम के घर से सोमवार को ही बिस्तर भेजा गया था, लेकिन उन्होंने घर के बिस्तर का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने जेल की ओर से मिली चद्दर और कंबल का इस्तेमाल किया। हालांकि, घर से आया सभी सामान जेल कर्मचारियों ने उनके बैरक तक पहुंचा दिया है। जेल के एक सूत्र ने बताया कि जेल के डॉक्टर्स ने आप नेता के ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ब्लड शुगर के स्तर की जांच की, जो सामान्य थे। सूत्र ने बताया कि उन्हें दोपहर में घर का बना खाना दिया गया। दोपहर 3.30 बजे से शाम 6 बजे के बीच वे अपनी सेल से बाहर आए और वॉक की, बैठे और कुछ किताबें पढ़ीं।

दो बार नींद टूटी

जेल सूत्रों ने बताया कि रात में मुख्यमंत्री की दो बार नींद टूटी। इस दौरान वह बिस्तर पर बैठे नजर आए। थोड़ी देर बैठने के बाद वह फिर सो गए। इससे पहले उन्होंने बैरक के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी बात की और उनका हालचाल जाना।

वीडियो कॉल के जरिए पत्नी से बात की

जेल सूत्रों ने बताया कि मंगलवार दोपहर सीएम ने वीडियो कॉल के जरिए अपनी पत्नी से बात की। उनके बात करने के बाद सुनीता केजरीवाल की विधायकों के साथ बैठक हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम ने पार्टी और सरकार के बारे में सुनीता केजरीवाल से बात की है।

डॉक्टरों की टीम निगरानी कर रही

जेल सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री को शुगर की समस्या है, इसे देखते हुए उनके स्वास्थ्य पर जेल के डॉक्टरों का पूरा ध्यान है। ब्लड शुगर का लेवल कम या अधिक नहीं हो, इसके लिए डॉक्टरों ने समय समय पर जाकर उनका हाल लिया। जरूरत पड़ने पर इसकी जांच भी हो रही है। वहीं, मुख्यमंत्री के सेल के बाहर तैनात वॉर्डर को निर्देश दिए गए हैं कि यदि उनकी स्थिति थोड़ी भी असहज नजर आए तो वे तुरंत डॉक्टरों या आसपास उपलब्ध अधिकारी को पूरी स्थिति से अवगत कराएं। जेल सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के शुगर के कारण जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *