टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे छोटा मैच, जिसमें टीम इंडिया को मिली ऐतिहासिक जीत

केपटाउन के न्यूलैंड्स में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला गया। इस मैच को भारतीय क्रिकेट टीम ने 7 विकेट के अंतर से जीता। इसी के साथ टीम इंडिया ने इस सीरीज में बराबरी कर ली।

ये मैच टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे छोटा मैच साबित हुआ, जो डेढ़ दिन भी नहीं चला। इतना ही नहीं, किसी भी टेस्ट मैच का नतीजा गेंदों के हिसाब से सबसे कम गेंदों में निकला है। केपटाउन में टीम इंडिया की ये ऐतिहासिक जीत भी है, क्योंकि अभी तक कोई भी एशियाई टीम इस मैदान पर टेस्ट मैच नहीं जीती थी।

भारत बनाम साउथ अफ्रीका केपटाउन टेस्ट मैच 642 गेंदों में समाप्त हो गया। इस मैच में कुल 33 विकेट गिरे, जिसमें 20 विकेट साउथ अफ्रीका और 13 विकेट टीम इंडिया के थे। अभी तक सबसे छोटा टेस्ट मैच 1932 में खेला गया था, जो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच मेलबर्न में खेला गया था। उस मैच का नतीजा 656 गेंदों में निकला था। उस मैच में इतने विकेट भी नहीं गिरे थे, लेकिन साउथ अफ्रीका ने 20 विकेट गंवाए थे।

ये भी India vs South Africa: केपटाउन में लहरा तिरंगा, यहां जीत दर्ज करने वाला पहला एशियाई देश बना भारत

टेस्ट क्रिकेट का तीसरा सबसे छोटा मैच साल 1935 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। वह मैच 672 गेंदों में खत्म हुआ था। चौथा सबसे छोटा टेस्ट मैच 788 गेंदों में समाप्त हुआ था, जो 1888 में आयोजित हुआ था। ये मैच मैनचेस्टर में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। पांचवां सबसे छोटा मैच 792 गेंदों में खत्म हुआ था, जो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 1888 में लॉर्ड्स में आयोजित हुआ था।

टेस्ट क्रिकेट के सबसे छोटे मैच (गेंदों के हिसाब से)

642 गेंद – साउथ अफ्रीका बनाम भारत – 2024
656 गेंद – ऑस्ट्रेलिया बनाम साउथ अफ्रीका – 1932
672 गेंद – वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड – 1935
788 गेंद – इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया – 1888
792 गेंद – इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया – 1888

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *