पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शुभेंदु अधिकारी को निलंबित कर दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है।अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव सत्तधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक तापस रॉय ने पेश किया था।तापस रॉय ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अपमानजनक व्यवहार के लिए शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव पेश किया था। बता दें कि संविधान दिवस पर एक प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान शुभेंदु अधिकारी ने सदन के अंदर नारे लगाए थे। इसके बाद मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने अधिकारी को पूरे सत्र से निलंबित कर दिया। इससे पहले भी उन्हें पिछले साल मार्च में विधानसभा सत्र के दौरान निलंबित किया गया था।
सोमवार को राज्य विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक खींचतान देखने को मिली थी। इसके पीछे की वजह बीजेपी द्वारा लाया गया एक प्रस्ताव था। बीजेपी ने राज्य सरकार की नीतियों पर चर्चा का प्रस्ताव रखा, लेकिन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली। केवल प्रस्ताव पढ़ने की अनुमति दी गई। इसके बाद बीजेपी ने वॉकआउट कर दिया।
इसके बाद विधानसभा कक्ष के बाहर बीजेपी विधायकों ने धरना दिया। तृणमूल के सभी लोगों पर चोर होने का आरोप लगाते हुए नारे लगाये गए। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए और जुबानी हमले किए। बाद में स्पीकर के प्रति अपमानजनक आचरण के आरोप के कारण शुभेंदु को निलंबित कर दिया गया है।