मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां एक तरफ जहां बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी भावुकता भरी बातों ने भी सुर्खियां बटोरी हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से कई दिग्गजों को उतारे जाने के बाद से ही उनके भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाईं जाने लगी।इस इस बीच जब उन्होंने ‘चला गया तो याद आऊंगा’ वाली बात कही तो चर्चा और तेज हो गई। अब एक बार फिर उनके भाषण का एक हिस्सा बहुत वायरल हो रहा है, जिसमें वह राजनीति की राह को रपटीली बताते हुए कह रहे हैं कि कदम-कदम फिसलने का खतरा रहता है।
गुरुवार को महाकाल लोक में फेस-2 के लोकार्पण और भूमि पूजन के लिए उज्जैन आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सनातन के खिलाफ बयानबाजी करने वालों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कई आए और चले गए, लेकिन सनातन को समाप्त नहीं कर पाए। सनातन का ना कोई आदि है ना अंत है। ऐसे लोगों की मैं घोर निंदा करता हूं।’ शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के 9 करोड़ लोगों को अपना परिवार बताते हुए कहा कि वह सरकार नहीं परिवार चला रहे हैं।
इसी दौरान शिवराज सिंह चौहान ने संतों से आशीर्वाद मांगेत हुए कहा, ‘आपके संग के बिना विवेक हो ही नहीं सकता है। आप हमें सही रास्ते पर चलाने के लिए मार्गदर्शन करते रहें। राजनीति की राहें बहुत रपटीली होती है, कदम-कदम पर फिसलने का खतरा रहता है। कई बार खुद ही फिसल जाते हैं कई बार चक्कर में डालने वाले आ जाते हैं। रास्ता ना भटकें, सही मार्ग पर चलने की कृपा और आशीर्वाद आपकी बने रहे।’ अब शिवराज का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। लोग इसको अलग-अलग दृष्टिकोण से देख रहे हैं।