पगड़ी बांधकर चर्चा में आए बिहार बीजेपी अध्यक्ष अध्यक्ष सम्राट चौधरी अपना बाल मुड़वाने अयोध्या जाएंगे। सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा मेरी दूसरी मां के समान है।उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मेरी जन्म देने वाली मां जब हमें छोड़कर जा रही थी तब मैने मुरेठा बांधा था। उस समय शीर्ष नेतृत्व ने मुझे विरोधी दल के नेता की जिम्मेदारी दी थी। सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि जदयू की ओर से समर्थन मांगा गया और दूत भी भेजा। इसके बाद राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद प्रदेश भाजपा ने सरकार को समर्थन दिया और सरकार में शामिल हुई।उन्होंने कहा कि पिछले 17 महीनों से प्रदेश में लोकतंत्र शर्मसार हो रहा था। सरकार में रहने वाला दल अपनी ही सहयोगी पार्टी जदयू को 2024 तक समाप्त होने की बात कह रहा था। भाजपा ने बिहार के विकास के लिए 1996 में समता पार्टी से गठबंधन किया था। 2005 में जंगलराज समाप्त करने और सुशासन स्थापित करने की लड़ाई लड़ी और जंगलराज को उखाड़ फेंका। केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व ने जदयू को समर्थन देने का निर्णय लिया। उन्होंने भरोसा देते हुए कहा कि हम सभी लोग मिलकर विकास का कार्य करेंगे। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास को बढ़ाने और अधूरे सपने को पूरा करने का काम होगा।अपने आप को ‘कमीटेड’ व्यक्तित्व वाला कार्यकर्ता बताते हुए सम्राट ने कहा कि उस समय मैंने भावुकता में मुरेठा बांधते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाकर ही मुरेठा खोलूंगा। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का सिपाही हूं और शीर्ष नेतृत्व ने जो जिम्मेदारी दी थी, उसके अनुसार निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि पार्टी में पूरी टीम काम करती है, ऐसे में व्यक्तिगत निर्णय को निरस्त भी किया जा सकता है। मैं सभी विधायकों के साथ अयोध्या जा रहा हूं। वहीं पगड़ी उतारकर बाल मुड़वाऊंगा।उन्होंने कहा कि 2020 के जनमत के बाद जो नीतीश जी के नेतृत्व में सरकार बनी थी, वह फिर वापस आ गई है। उस समय हुए चुनाव में एनडीए के घोषणा पत्र में 10 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया था, जिसे पूरा किया जाएगा। एनडीए सरकार में 1.75 लाख लोगों को नौकरी देने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। अब उस पर काम होगा। उन्होंने जोर देकर भरोसा देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बिहार विकास की ओर तेजी से अग्रसर होगा और 2024 में सभी 40 सीटें एनडीए को मिलेंगी। 2025 में बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।