जिस कंपनी के लिए अडानी से भिड़े थे बाबा रामदेव, उसने कमाया अब दोगुना मुनाफा

क समय बाबा रामदेव और गौतम अडानी एक कंपनी के अधिग्रहण को लेकर पूरी तरह आमने-सामने आ गए थे. आखिर में बाजी मारी बाबा रामदेव की पतंजलि ने, और गौतम अडानी की अडानी विल्मर लिमिटेड को हाथ पीछे खींचने पड़े.

बाद में बाबा रामदेव ने अपने एफएमसीजी कारोबार का विलय इस कंपनी में कर दिया और आज इसका मुनाफा दोगुना हो चुका है.

यहां बात हो रही है रुचि सोया की, जो अब पतंजलि फूड के नाम से जानी जाती है. इस कंपनी का नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में दोगुना हो गया है. ये 254.53 करोड़ रूपए रहा है. पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 112.28 करोड़ रुपए का प्रॉफिट कमाया था.

महेंद्र सिंह धोनी होंगे एंबेसडर

पतंजलि फूड ने एक और बड़ा काम किया है. उसने भारत को 2011 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताने वाले ‘कैप्टन कूल’ यानी महेंद्र सिंह धोनी को अपना नया ब्रांड एंबेसडर बनाया है. एम. एस. धोनी पतंजिल फूड्स के महाकोश और सनरिच जैसे ब्रांड के में नजर आएंगे.

पतंजलि फूड की जबरदस्त कमाई

हालांकि जुलाई-सितंबर तिमाही में पतंजलि फूड की टोटल इनकम घटकर 7,845.79 करोड़ रुपए रही है. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी की आय 8,524.67 करोड़ रुपए थी. कंपनी का टोटल एक्सपेंस इस अवधि में 7,510.71 करोड़ रुपए रहा है. जबकि पिछले साल इसी अवधि में ये 8,371.03 करोड़ रुपए था.

जब अडानी से भिड़े रामदेव

रुचि सोया के अधिग्रहण के वक्त अडानी ग्रुप की अडानी विल्मर और पतंजलि के बीच ठन गई थी. बाद में अडानी ग्रुप इस सौदे से बाहर हो गया, और अंत में बाबा रामदेव की कंपनी ने रुचि सोया का अधिग्रहण किया.

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