राज्यसभा चुनाव में वोट प्रबंधन को लेकर भाजपा-सपा खेमों में भले हलचल हो, मगर छोटे दल बेहद खुश हैं। 10 सीटों के चुनाव में 11वें खिलाड़ी की एंट्री ही उनकी प्रसन्नता का कारण है। इस खिलाड़ी के मैदान में उतरने से इन दलों की अहमियत बढ़ गई है।ऐसे में यह दल भी आपदा में अवसर खोजने में कोई कसर नहीं रखना चाहते। उधर, भाजपा एनडीए के सभी वोटों को सहेजने में जुट गई है। सभी विधायकों को रविवार रात तक लखनऊ तलब किया गया है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण वोट अलॉटमेंट की रणनीति है, जिसे सोमवार को अंतिम रूप दिया जाएगा।यूपी कोटे की 10 राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एक-एक की कड़ी निगरानी की जा रही है। एनडीए के सभी विधायकों को रविवार को लखनऊ बुला लिया गया है। सोमवार की सुबह लोक भवन में एनडीए की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, अपना दल (एस) के आशीष पटेल, निषाद पार्टी के संजय निषाद, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, रालोद विधायक दल के नेता मौजूद रहेंगे।
ग्यारहवें खिलाड़ी ने बढ़ाई छोटे दलों की पूछ
इसी बैठक में प्रत्याशियों को वोटों के अलॉटमेंट की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्हें प्रथम वरीयता के साथ ही दूसरी वरीयता का गणित भी समझाया जाएगा। हालांकि आठवें प्रत्याशी संजय सेठ जिस तरह से भाजपा के सहयोगी दलों के अलावा जनसत्ता दल लोकतांत्रिक व अन्य से संपर्क साधने में जुटे हैं, उससे लगता है कि उनके खाते अधिकांशत: सहयोगी दलों व अन्य के वोट आए हैं। खबर है कि सहयोगी दल भी इसे लेकर खासे उत्साहित हैं। उनकी पूछ भी खूब बढ़ गई है वरना निर्विरोध निर्वाचन की स्थिति में तो कोई हाल-चाल पूछने भी नहीं आता।
सही वोट डालने तक होगा रिहर्सल
भाजपा लोकभवन के ऑडीटोरिम में अपने और सहयोगी दलों के सभी विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोट डालने का प्रशिक्षण देगी। जो विधायक गलती करेंगे, उन्हें तब तक प्रशिक्षित किया जाएगा जब तक सही वोट न डाल लें। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना विधायकों को वोट डालने का तरीका बताएगा। मतदान के दिन यानि 27 फरवरी को सभी विधायकों को पहले सुबह 9 बजे विधान भवन स्थित भाजपा के विधान मंडल कार्यालय बुलाया गया है।