चंद सालों में ही बनाया रौब और चुनाव भी लड़ा, कौन थे सुखदेव सिंह गोगामेडी; जिनकी हत्या से उबला राजस्थान

राजस्थान विधानसभा चुनाव के रविवार को ही नतीजे आए हैं और दो दिन बाद ही यानी मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या हो गई। इससे राज्य में सनसनी फैल गई है और राजपूत समुदाय में उबाल देखा जा रहा है।जयपुर में राजपूत समुदाय के कुछ लोगों ने प्रदर्शन भी किया है। सुखदेव सिंह गोगामेडी बीते कई सालों से राजपूतों का संगठन चला रहे थे और सामाजिक तौर पर बेहद सक्रिय थे। वह बसपा से एक बार चुनाव भी लड़ चुके थे। वह जिस मकान में रहते थे, उस पर कब्जे समेत कई बड़े आरोप उन पर लगते रहे थे। माना जा रहा है कि उनकी हत्या के पीछे भी कोई वजह हो सकती है।मंगलवार को नवीन शेखावत समेत तीन हमलवार उनके घर में आए थे और अंदर बैठकर चाय भी पी। करीब 10 मिनट की बातचीत के बाद इन लोगों ने उन्हें गोलियां मारकर कत्ल भी कर दिया। यह घटना जयपुर के श्याम नगर इलाके में हुई, जहां सुखदेव सिंह रहते थे। राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि तीन लोग उनके घर पहुंचे थे। उनसे कुछ देर बातचीत के बाद फायरिंग कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुका है। इस हत्याकांड के बीच गोगामेडी के एक सुरक्षाकर्मी को भी गोली लगी है, उसका इलाज चल रहा है।दरअसल राजपूत नेता सुखदेव गोगामेडी का नाम भले ही पहले चर्चा में नहीं रहा है, लेकिन वह सामाजिक जीवन में सालों से थे। वह लोकेंद्र सिंह कालवी की अध्यक्षता वाले श्री राजपूत करणी सेना संगठन के भी अध्यक्ष थे। इस संगठन ने जब पद्मावत फिल्म का विरोध किया था तो उसमें सुखदेव का भी अहम रोल था। फिर बाद में उनके कालवी से मतभेद हुए तो राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम से एक अलग ही संगठन बना लिया। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की हत्या के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन हुआ था और सुखदेव को चर्चा मिली थी। उनके कई वीडियो वायरल हुए थे।

बसपा से चुनाव भी लड़ चुका था गोगामेडी

शानदार व्यक्तित्व और बड़ी मूंछों वाले सुखदेव सिंह ने एक बार बसपा से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन पराजय मिली। फिर वह राजपूत समाज की राजनीति से जुड़ गए। जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि हमले के तुरंत बाद गोगामेडी को अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हमलावरों ने सुखदेव के गार्डों से मुलाकात की बात कही थी और फिर अंदर से परमिशन मिलने के बाद ही पहुंचे थे।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली हत्या की जिम्मेदारी, एक हमलावर भी ढेर

इस दौरान तीन हमलवारों ने चाय भी पी और इसी बीच हमला बोल दी। इस दौरान गार्डों की फायरिंग में एक हमलावर नवीन सिंह शेखावत भी मारा गया। कहा जा रहा है कि ये लोग स्कॉर्पियो से आए थे और बाद में एक महिला से स्कूटी छीनकर भागे। गोगामेडी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई ने ली है। कहा जा रहा है कि बिश्नोई गैंग का एक शूटर रोहित गोदारा भी इस हत्याकांड में शामिल था।

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