केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के सीमावर्ती इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसीत करने के लिए विशेषतौर से फोकस किया जा रहा है। कहा कि देश के बॉर्डर क्षेत्रों में सड़कों के जाल बिछाने से लेकर पुलों का निर्माण किया जा रहा है।सीमावर्ती इलाकों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की बदौलत आपात स्थिति में सेना आसानी से बॉर्डर पर पहुंच सकेगी।उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार को पहुंचे रक्षा मंत्री सिंह ने 670 करोड़ की लागत से 35 बीआरओ प्रोजेक्ट्स को देश को समर्पित किया। आपको बता दें कि चमोली जिले में चीन की अंतरराष्ट्रीय सीमा भी लगती है। कहा कि पिछले कुछ सालों में बीआरओ के निर्माण कार्यों की गति में काफी तेजी दर्ज की गई है।रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि देश के सीमावर्ती इलाकों और पहाड़ों पर सरकार ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर विकसीत करेगी, जिससे सेना पलक झपकते ही बॉर्डर एरिया पर पहुंच सके। पुलों के निर्माण से लेकर सड़कों के जाल बिछाने से किसी भी आपात स्थिति में सेना आसानी से पहुंच पाएगी।इसी के साथ ही सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा। मंत्री सिंह का कहना था कि देश के सीमावर्ती इलाकों में बीआरओ ने जिस प्रकार से इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया है, सड़कों, पुलों इत्यादि के माध्यम से जिस तरह से, एक जगह को दूसरे जगह से जोड़ने का काम किया है, वह कोई साधारण बात नहीं है।उनका कहना था कि इससे न सिर्फ विषम भौगोलिक क्षेत्रों में आवागमन आसान हुआ, बल्कि लोगों के दिलों को जोड़ने में मददगार साबित हुई है। ‘सीमावर्ती इलाकों के किसी सुदूर गांव में बैठा हुआ व्यक्ति, सड़कों या पुलों के माध्यम से खुद को भारत के बाकी क्षेत्रों से जुड़ा हुआ महसूस करता है, तो इसमें बीआरओर का बहुत बड़ा योगदान है’, मंत्री सिंह।केंद्रीय मंत्री सिंह ने चिंता जताते हुए कहा कि उत्तराखंड सहित देश के कुछ सीमावर्ती राज्य या केंद्र शासित प्रदेश हैं, जैसे लद्दाख, हिमाचल प्रदेश एवं सिक्किम, जहां हाल के वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।हिमालय का विस्तार देश के अन्य राज्यों में भी है, परंतु इन कुछ राज्यों में इस तरह की घटनाओं के बढ़ने की अनदेखी नहीं की जा सकती। इसका एक अध्ययन कराया जाना चाहिए। रक्षा मंत्री सिंह का कहना था कि इन घटनाओं में जलवायु परिवर्तन बड़ी भूमिका है, ऐसा बहुत से विशेषज्ञों का मानना है।कहा कि जलवायु परिवर्तन सिर्फ एक मौसम से जुड़ी घटना भर नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक बड़ा ही गंभीर भी मुद्दा है। रक्षा मंत्रालय भी इसको बड़ी गंभीरता से ले रहा है। इस काम में हम मित्र देशों का भी सहयोग लेंगे।
बीआरओ ने बनाया रिकॉर्ड
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 2023 में तो 125 projects को पूरा कर, बीआरओ ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। कहा कि रक्षा मंत्री के रूप में उन्हें बीआरओ की परियोजनाओं को बड़े करीब से देखने जानने, और समझने का मौका मिला था। सिंह ने कहा कि हर परियोजना का उद्घाटन बीआरओ की मेहनत का प्रतीक बनकर उभरा है।