मशहूर फिल्म अभिनेता राज बब्बर एक और सियासी पारी खेल सकते हैं। दो साल के कारावास की सजा हाईकोर्ट द्वारा निलंबित कर दिए जाने के बाद कांग्रेस उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। उनके लिए महाराष्ट्र से लेकर यूपी तक की लोकसभा सीट पर विचार चल रहा है।तीन बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सांसद रहे राज बब्बर 2016 से 2019 तक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। उन्हें पूर्व सांसद डॉ. निर्मल खत्री के बाद प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। मतदान अधिकारी से मारपीट के एक पुराने मामले में दोषी करार दिए गए राज बब्बर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ से राहत मिल जाने के बाद उनकी नई सियासी पारी की संभावना बन सकी।हाईकोर्ट ने उनकी दोष सिद्धि के आदेश को ही निलंबित कर दिया। सात जुलाई 2022 को मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें दोषसिद्ध करार देते हुए दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी। इस आदेश के विरुद्ध राजबब्बर ने अपील दाखिल की थी। इससे पहले सत्र न्यायालय ने अपील को सुनवाई के लिए तो स्वीकार करते हुए राज बब्बर को जमानत तो दे दी थी लेकिन दोषसिद्धि के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।कांग्रेस ने राज बब्बर को यूपी में पहले चरण के लिए पार्टी का स्टार प्रचारक बनाने के साथ ही यूपी के लिए गठित राजनीतिक मामलों की समिति का सदस्य भी नामित किया है। उनका नाम रविवार को जारी आठ सदस्यों की दूसरी सूची में शामिल किया गया है। सूत्रों के अनुसार पार्टी उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है। गांधी परिवार से किसी के मैदान में न आने की स्थिति में वह रायबरेली से भी प्रत्याशी हो सकते हैं। वैसे महाराष्ट्र में भी एक सीट के लिए उनके नाम पर विचार चल रहा है। राज बब्बर आगरा, फतेहपुर सीकरी और फिरोजाबाद से एक-एक लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें गाजियाबाद और 2019 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी में पराजय का सामना करना पड़ा था।