NDA में बंटवारा हुआ क्या, BJP कितनी सीट लड़ेगी? महागठबंधन में देरी पर तेजस्वी यादव ने पूछा उलटा सवाल

बिहार की महागठबंधन सरकार में शामिल छह पार्टियों के बीच लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में देरी पर मीडिया के सवाल से भड़के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उलटा पत्रकारों से सवाल पूछ लिया कि क्या एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है, बीजेपी कितनी सीटें लड़ रही है।जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही सरकार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस शामिल है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीआई-माले), सीपीआई और सीपीएम इसे बाहर से समर्थन दे रही है। सीट बंटवारा में इन छह दलों की अपनी-अपनी डिमांड और शर्तें हैं जिस पर अब तक बात बन नहीं पाई है।

जेडीयू की तरफ से जल्दी सीट बंटवारे की बात बार-बार होने के बाद लालू यादव ने दो दिन पहले कहा था कि ये काम इतना जल्दी नहीं होता है, बात हो रही है। सीट बंटवारे की कोई हड़बड़ी नहीं दिखाने के दूसरे ही दिन लालू अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ शुक्रवार को नीतीश कुमार से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। वहां से निकले तो पत्रकारों के सामने तेजस्वी आए। तेजस्वी यादव ने नीतीश और लालू की 40 मिनट लंबी मुलाकात को सामान्य मुलाकात बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सीएम हैं और वो डिप्टी सीएम हैं तो काम-काज के सिलसिले में मुलाकात होती रहती है।

इसके बाद पत्रकारों ने महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी पर सवाल पूछा क्योंकि जेडीयू के नेता जब भी बोलते हैं तो यही कहते हैं कि नीतीश तो कब से कह रहे हैं कि सीट बंटवारा जितना जल्दी हो जाए, उतना अच्छा। सवाल सुनते ही तेजस्वी मीडिया से ही पूछने लगे। उन्होंने कहा- “बीजेपी कितनी सीट पर बिहार में चुनाव लड़ रही है। एनडीए में क्या सीट शेयरिंग तय हो चुका है। आपकी चिंता यहां क्यों होती है। वहां क्यों नहीं होती है। हमारे बीच की बात है। हम लोग सब लोग सम्मानजनक सीटों पर लड़ेंगे।”

तेजस्वी ने आगे कहा- “जहां जदयू लडे़गी, वहां आरजेडी भी लड़ रही है। हम जदयू के साथ हैं। जदयू हमारे साथ हैं। मजबूती के साथ ये महागठबंधन चुनाव लड़ेगा। कोई पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी। नीतीश जी के नेतृत्व में हमलोग काम कर रहे हैं।”

बिहार में महागठबंधन का सीट बंटवारा आरजेडी और जेडीयू के बीच सीट की संख्या और फिर किस सीट पर कौन जैसे दो सवालों के बीच फंसी हुई है। जेडीयू कह चुकी है कि उसके इस समय जो 16 सांसद हैं, वो उन सीटों पर कोई चर्चा नहीं करेगी जबकि आरजेडी को इसमें से कुछ सीट अदला-बदली में चाहिए। दोनों के अलावा कांग्रेस और तीनों वामपंथी दल भी कुल मिलाकर 25 सीट पर दावा कर रहे हैं। जेडीयू के सीनियर मंत्री विजय चौधरी ने सोमवार को कहा था कि पहले आरजेडी अपने पुराने सहयोगी कांग्रेस और लेफ्ट से बात करेगी, उसके बाद जेडीयू से बात होगी।

सूत्रों के हवाले से एक फॉर्मूला बाहर आया था कि जेडीयू और आरजेडी 17-17 सीट लड़ेगी और बची हुई 6 सीट में 5 कांग्रेस और 1 सीपीआई-एमएल को दी जा सकती है। लेकिन यह फॉर्मूला कांग्रेस और लेफ्ट को नहीं पसंद आई। अब लालू और नीतीश को मिलकर ऐसा फॉर्मूला निकालना है जो पहले तो आरजेडी और जेडीयू को पसंद हो और दोनों से बच रही सीटों में कांग्रेस और लेफ्ट का सम्मान बचा रह जाए।

महागठबंधन के छह दलों में जब तक लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सीटों का संतुलन ना बन जाए, तब तक सीट शेयरिंग की घोषणा नहीं हो पाएगी। और इस बीच राज्य में कुछ और राजनीतिक समीकरण बन गया तो फिर बात ही अलग है।

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