अगला PM लाहौर से नहीं होगा, बिलावल भुट्टो ने क्यों कहा ऐसा; क्या बेपटरी हो गई नवाज शरीफ से दोस्ती?

ड़ोसी देश पाकिस्तान में लंबी उठा-पटक के बाद अब चुनाव की तारीखों पर फैसला हो चुका है। 8 फरवरी को पाकिस्तान में संसदीय चुनाव कराए जाएंगे। इस बीच, हाल के दिनों तक सत्ता में साझीदार रहे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच तालमेल बिगड़ गया है।PML-N के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ और PPP नेता आसिफ अली जरदारी के बीच कथित बातचीत बेपटरी हो गई है।

दोनों पूर्व सहयोगी आगामी चुनावों में तालमेल करने में विफल रहे हैं और दोनों ही अपने-अपने दावों पर अड़ गए हैं। इस बीच, सोमवार को अलग-अलग बयानों में, पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी और उनके पिता आसिफ अली जरदारी ने आगामी चुनावों में पार्टी की जीत का दावा किया और परोक्ष रूप से नवाज शरीफ पर हमला बोलते हुए कहा कि अगला प्रधान मंत्री लाहौर से नहीं होगा। बता दें कि नवाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री हैं जो लाहौर के रहने वाले हैं।

खबर भले ही नई, पर कहानी नहीं नई
पत्रकारों से बात करते हुए भुट्टो और जरदारी ने PPP और PML-N के बीच के उस टेलीफोनिक संपर्क को अधिक महत्व नहीं दिया, जिसकी चर्चा सोमवार को पाक मीडिया में हो रही थी। बिलावल भुट्टो ने कहा कि 21 अक्टूबर को जब शरीफ पाकिस्तान वापस आए, तभी उन्होंने उनके पिता से संपर्क किया था। हालांकि, बिलावल ने कहा कि दोनों के बीच यह कोई पहली बातचीत नहीं है। पहले भी दोनों के बीच टेलीफोनिक बातचीत होती रही है।

बिलावल ने कहा, “खबर (दो नेताओं के बीच संपर्क की) नई हो सकती है लेकिन बातचीत नई नहीं है। यह एक पुरानी कहानी है और मेरा मानना ​​है कि अगर राजनीतिक दल एक-दूसरे से बात करते हैं तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। एक लोकतांत्रिक पार्टी के रूप में हम किसी भी राजनीतिक दल के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं करते हैं।”

PPP की जीत का दावा
बिलावल ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी को समान अवसर नहीं मिल रहा है, भले ही उनकी पार्टी केंद्र और प्रांतों के चुनावों में बहुमत हासिल करने के सभी संकेत दिखा रही हो। उन्होंने कहा, “चुनाव जीतने के बाद केंद्र और प्रांतों में पीपीपी की ही सरकारें बनेंगी।” उन्होंने कहा, “जब पीपीपी केएमसी, प्रांतों और केंद्र की सत्ता में होगी तो लोगों की समस्याओं का समाधान तेजी से होगा। कराची की तरह, देश भर के युवा रोजगार चाहते हैं और जब भी पीपीपी सरकार में होती है तो लोगों को रोजगार मिलता है।

पीपीपी अध्यक्ष ने कहा, “जब चुनाव की बात आती है, तो हम (पीपीपी) केवल पाकिस्तान के लोगों की ओर देखते हैं।” उन्होंने कहा, ”हम कहीं और से कोई उम्मीद नहीं देखते या बांधते नहीं…प्रधानमंत्री केवल वही व्यक्ति बनेगा, जिसे पाकिस्तान की जनता चुनेगी। और मैं समझता हूं कि इस बार देश का प्रधानमंत्री लाहौर से नहीं होगा।”

फरवरी का सूरज बिलावल की जीत संग खिलेगा
पीपीपी अध्यक्ष से पहले, उनके पिता और पीपीपी पार्लियामेंटेरियन्स (पीपीपीपी) के अध्यक्ष ने दावा किया कि 8 फरवरी का सूरज बिलावल भुट्टो-जरदारी की जीत की खबर के साथ उगेगा। शहर के स्थानीय निकायों में उपचुनाव जीतने के लिए कराची के मेयर बैरिस्टर मुर्तजा वहाब को बधाई देते हुए, जरदारी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस नई जीत को आगामी आम चुनावों के लिए अभियान शुरू करने के अवसर के रूप में लेने के लिए कहा।

बिलावल हाउस द्वारा जारी एक संक्षिप्त बयान में जरदारी के हवाले से कहा गया, “8 फरवरी का सूरज बिलावल भुट्टो जरदारी की जीत की खबर के साथ उगेगा। लोगों की पीड़ा के दिन लगभग खत्म होंगे क्योंकि पीपीपी उनकी समस्याओं को खत्म कर देगी।”

आतंकवादी हमलों में हालिया वृद्धि के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि आतंकवाद पर उनकी पार्टी की स्थिति हमेशा से स्पष्ट रही है। उन्होंने कहा, “जब पीपीपी चुनाव जीतेगी, तो वह राष्ट्रीय कार्य योजना को सही मायने में लागू करके और पुलिस को आतंकवादियों से लड़ने के लिए संसाधन उपलब्ध कराकर उनका समर्थन करके इस समस्या का भी समाधान करेगी।”

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