प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बुलंदशहर में 19,100 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर अधिकारियों ने बताया कि मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के न्यू खुर्जा और न्यू रेवाड़ी के बीच 173 किलोमीटर लंबे डबल-लाइन विद्युतीकृत खंड का उद्घाटन दोनों स्टेशनों के बीच मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर करेंगे।पीएम की रैली में मेरठ रीजन से भी लोगों की भीड़ बुलंदशहर के लिए जाएगी। इसके लिए रोजवेज की 140 अनुबंधित बसों को लिया गया है।अधिकारियों ने बताया कि यह नया डीएफसी खंड महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पश्चिमी और पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के बीच महत्वपूर्ण संपर्क स्थापित करता है। उन्होंने बताया कि यह खंड इंजीनियरिंग के लिए भी जाना जाता है क्योंकि इसमें ऊंची विद्युतीकरण वाली एक किलोमीटर लंबी डबल-लाइन रेल सुरंग है, जो दुनिया में अपनी तरह की पहली सुरंग है। इसे डबल-स्टैक कंटेनर ट्रेन को निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह नया डीएफसी खंड डीएफसी ट्रैक पर मालगाड़ियों के स्थानांतरण के कारण यात्री ट्रेनों के संचालन को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मथुरा-पलवल और चिपियाना बुजुर्ग-दादरी खंडों को जोड़ने वाली चौथी रेल लाइन और कई सड़क विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। उन्होंने कहा कि कुल पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित ये सड़क परियोजनाएं संपर्क में सुधार करेंगी और क्षेत्र में आर्थिक विकास में मदद करेंगी। अन्य परियोजनाओं में इंडियन ऑयल की टूंडला-गवारिया पाइपलाइन और ग्रेटर नोएडा में ‘एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप (आईआईटीजीएन) शामिल हैं। आईआईटीजीएन को गतिशक्ति परियोजना के तहत विकसित किया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि इस टाउनशिप को 1,714 करोड़ रुपये की लागत से 747 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है। यह दक्षिण में पूर्वी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और पूर्व में दिल्ली-हावड़ा ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के साथ पूर्वी और पश्चिम डीएफसी के चौराहे के नजदीक अवस्थित है। आईआईटीजीएन का रणनीतिक स्थान अद्वितीय संपर्क सुनिश्चित करता है क्योंकि मल्टी-मॉडल संपर्क के लिए अन्य बुनियादी ढांचे इस परियोजना के आसपास मौजूद हैं।
पीएम की रैली में जाएंगी रोडवेज की अनुबंधित बसें
बुलंदशहर में होने जा रही प्रधानमंत्री की रैली में मेरठ से भी लोगों की भारी भीड़ जाएगी। इसके लिए बसों की व्यवस्था की गई है। रोडवेज से भी करीब 140 अनुबंधित बसों को लिया गया है। इसके चलते भैसाली डिपो और सोहराबगेट डिपो की बसें कम पड़ने से रूटों पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि रोडवेज अधिकारियों ने इसकी भरपाई निगम की बसों से करने की बात कही है।
पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में कई जिलों से भाजपा कार्यकर्ता लोगों की भीड़ लेकर रैली में पहुंचेंगे। इसके लिए निजी बसों के अलावा रोडवेज की अनुबंधित बसों का इंतजाम किया गया है। इसके लिए परिवहन विभाग की मदद ली गई है। परिवहन विभाग ने रोडवेज की अनुबंधित बसों को भी मांगा था। बुधवार शाम तक रोडवेज ने भैसाली डिपो से 90 और सोहराबगेट डिपो से 50 बसें दी गई हैं। इन बसों से लोगों को रैली में ले जाया जाएगा। भैसाली डिपो और सोहराबगेट डिपो से इतनी बड़ी संख्या में बसें रैली में जाने से लोकल रूटों बागपत, बड़ौत, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, मवाना और गाजियाबाद आदि पर यात्रियों को दिक्कत हो सकती है। हालांकि रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि अनुबंधित बसों के रूटों पर निगम की बसों को लगाकर व्यवस्था की जाएगी। किसी भी यात्री को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।