लोकसभा चुनाव से पहले सदन में पीएम मोदी का आखिरी भाषण। चुन-चुनकर कांग्रेस, राहुल गांधी और परिवारवाद पर करारे प्रहार। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी तक पर निशाना साधा। आखिर क्या थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रणनीति?क्यों पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान किसी अन्य पार्टी या नेता का नाम तक नहीं लिया? यहां तक कि इंडिया अलायंस पर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा। आखिर क्यों प्रधानमंत्री अपने भाषण में कांग्रेस और राहुल गांधी पर इस तरह से हमलावर थे? आइए समझने की कोशिश करते हैं कि पीएम मोदी के भाषण के पीछे की रणनीति…
भाजपा बनाम कांग्रेस
पीएम मोदी ने लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी के लिए प्रोडक्ट, कांग्रेस के लिए शाही परिवार का इस्तेमाल किया। पीएम मोदी ने खुद कहाकि करीब 100 दिन बाद उनका तीसरा कार्यकाल होगा। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सदन में पीएम मोदी का भाषण सुनकर ऐसा आभास हो रहा था कि मानों वह चाहते हैं कि आने वाले चुनाव में लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच सिमट जाए। असल में भाजपा ने अलग-अलग चुनावों में कांग्रेस को कई बार पटखनी दी है। यह सिलसिला साल 2014 के आम चुनाव से ही चल रहा है। तब से लेकर दो आम चुनावों और विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों में उसने कांग्रेस को हराया है। इसलिए वह आगामी आम चुनाव को भाजपा बनाम कांग्रेस का रूप देना चाहती है।
2024 के लिए तैयार की जमीन
अगर बात करें क्षेत्रीय दलों की तो यह भाजपा के लिए सबसे बड़ा खतरा रही हैं। अलग-अलग राज्यों में उसे भिन्न-भिन्न पार्टियों से शिकस्त मिल चुकी है। केवल उत्तर प्रदेश में सपा को उसने मात देने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन जहां उसके सामने कांग्रेस आती है भाजपा के लिए लड़ाई आसान हो जाती है। इसलिए पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने के लिए संसद के आखिरी भाषण का बखूबी इस्तेमाल किया। अगर कहा जाए कि कांग्रेस के खिलाफ हमला करके पीएम मोदी ने 2024 के लिए जमीन तैयार की है गलत नहीं होगा।
नेहरू-इंदिरा के भाषण का भी जिक्र
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने अतीत के कुछ प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कांग्रेस और प्रथम प्रधानमंत्री की आलोचना की। प्रधानमंत्री का कहना था कि अगर नेहरू जी का नाम लेते हैं तो कांग्रेस को बुरा लगता है। जम्मू-कश्मीर और देश के लोगों को नेहरू जी की गलतियों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। उन्होंने कहा कि वो भले ही गलतियां करके गए, लेकिन हम मुसीबतें झेलकर भी गलतियों को सुधारने की कोशिशें जारी रखेंगे। उन्होंने चर्चा का जवाब देते हुए नेहरू के कुछ बयानों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करते हुए कहा कि देश के लोगों को उनकी गलतियों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।