पीएम नरेंद्र मोदी रामनगरी में रोड शो करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। पीएम का रोड शो अद्भुत, अविश्वसनीय व अकल्पनीय रहा..। अद्भुत इसलिए रहा कि पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए अयोध्या समेत पूरे देश की संस्कृति उमड़ पड़ी। अविश्वसनीय व अकल्पनीय इसलिए रहा कि आज से पहले कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि कोई प्रधानमंत्री अयोध्या में रोड शो करेगा। अयोध्या में रोड शो के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश के दिल में उतर गए।पीएम ने एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हाईवे होते हुए धर्मपथ के रास्ते से अयोध्या में प्रवेश किया। उनके स्वागत के अद्भुत इंतजाम थे। 51 जगहों पर पीएम के अभिनंदन के लिए मंच सजाया गया था। 12 जगहों पर संत-धर्माचार्य पुष्पवर्षा कर रहे थे। 23 संस्कृत विद्यालयों के 1895 वैदिक छात्र जगह-जगह वेदमंत्र और शंख ध्वनि से स्वागत कर रहे थे। धर्मपथ पर उनकी गाड़ियों का काफिला जैसे पहुंचा, वैदिक मंत्रोच्चार व शंखनाद ने यह बता दिया कि पीएम अयोध्या में प्रवेश कर गए हैं। रोड शो में भारत की हर संस्कृति और सभ्यता को समेटने की कोशिश की गई। 2024 लोकसभा चुनाव में पताका फहराने के लिए सभी राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडे पर काम कर रहे हैं। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी को होने जा रहे हैं। इसको भव्य और दिव्य बनाने के लिये हर स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है। इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ट्रस्ट की ओर से सभी लोगों को इन्विटेशन भी भेजा रहा है। इन सबके बीच 30 दिसंबर को अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन हो गया है । दोनों ही कार्यक्रमों में पीएम नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे । उधर लोकसभा चुनाव से पहले प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या पर हो रहे निर्माण कार्यों का 2024 के नतीजों पर क्या असर पड़ेगा। राम मंदिर से सहारे बीजेपी ने फर्श से लेकर अर्श तक का सफर तय किया है। पहले बीजेपी के 2 सांसद थे लेकिन अब आधे से ज्यादा राज्यों और केंद्र में बीजेपी की सरकार है। इसमें मंदिर मुद्दा का बड़ा योगदान है। राम मंदिर के जरिये बीजेपी देश के 80% मतदाताओं को टच किया है। इसलिए निश्चित रूप से राम मंदिर निर्माण का 2024 लोकसभा चुनाव में फर्क पड़ेगा।बीजेपी की प्लानिंग बड़ी मजबूत और सटीक होती है। बीजेपी गांव-गांव, शहर-शहर हर जगह राम मंदिर निर्माण का प्रचार करेगी। देश की एक-एक जनता तक सीधे पहुंचकर बताएगी की राम मंदिर निर्माण को लेकर जो कहा था, वो हमने किया है। इसलिए राम मंदिर निर्माण का लाभ बीजेपी को निश्चित रूप से मिलेगा।बीजेपी का कहना है कि राम मंदिर निर्माण राजनीति का विषय नहीं है। यह एक स्वप्न के साकार होने जैसा है। 500 वर्षों की लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रभु रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज रहे हैं। यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है। अगर इससे भी कोई राजनीतिक लाभ की बात करता है तो इस राजनीतिक लाभ को लेने के लिए कांग्रेस और सपा को भी पूरी स्वतंत्रता थी। लेकिन इन्हें हमेशा मजहबी तुष्टिकरण दिखाई देता था, 20 फ़ीसदी वोट दिखाई देता था। यह हिंदुओं के भीतर विभाजन करते थे तो आज इनको पीड़ा क्यों हो रही है।