मथुरा घूमने का है प्लान तो इन घाटों पर कर सकते हैं बोट राइटिंग

ब्रज में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं। मंदिरों में दर्शन के अलावा, कई भक्त यमुना के तट पर भी पूजा करते हैं। बहुत से लोग नाव की सवारी का आनंद भी लेना चाहते हैं।यहां जानिए ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में जहां से आपको बोट राइडिंग के लिए अच्छे विकल्प मिलेंगे।मथुरा के सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख घाटों में से एक विश्राम घाट है। मान्यता है कि कंस का वध करने के बाद भगवान ने इसी घाट पर विश्राम किया था, इसलिए इसका नाम विश्राम घाट पड़ा। इस घाट पर आपको सबसे ज्यादा खूबसूरत नावें मिलेंगी। हालाँकि, आपको यहां 50 से 500 रुपये के बीच भुगतान करना पड़ सकता है, इसलिए मोलभाव जरूर करें। इसके बाद मथुरा का बंगाली घाट, यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाव की सवारी के लिए आते हैं। यहां से नाव पर चढ़ने के बाद आप विश्राम घाट के साथ-साथ यमुना किनारे बने कंस किले को भी देख सकेंगे।

केशी घाट वृन्दावन का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध घाट है। वृन्दावन में सबसे ज्यादा नावें आपको यहीं मिलेंगी। इसके अलावा, कई भक्त यहीं से वृन्दावन की परिक्रमा भी शुरू करते हैं। इन घाटों पर हर रात यमुना पूजा भी की जाती है। अगर आप वृन्दावन में नाव की सवारी करना चाहते हैं तो केशी घाट आपके लिए एक अच्छा विकल्प है।

वृन्दावन का चीर घाट भी नाव की सवारी करने के लिए एक अच्छी जगह है, क्योंकि यहां से नाव लेकर आप वृन्दावन का सबसे खूबसूरत नजारा देख सकेंगे। इसके अलावा, निधिवन, राधादामोदर और राधारमण मंदिर भी इस घाट के बहुत करीब हैं, इसलिए आप नाव की सवारी के बाद इन मंदिरों के भी दर्शन कर सकते हैं।

वृन्दावन के बारह घाट: यहां आपको अन्य स्थानों की तुलना में नावें थोड़ी कम संख्या में मिलेंगी, क्योंकि इस घाट के पास ही बांके बिहारी और राधावल्लभ मंदिर हैं। इसी वजह से कई लोग बराह घाट से नाव की सवारी करना पसंद करते हैं। इसके अलावा हर रात इसी घाट से नाव पर बैठकर यमुना जी को दीपदान भी किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *