मालदीव की महिला मंत्री का भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान से शुरू हुआ विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि विवाद की जड़ और मंत्री समेत तीन को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू सस्पेंड कर चुके हैं।
चीन ने इस पूरे विवाद में फायदा उठाने की कोशिश की है तो हमास के साथ जंग लड़ रहे इजरायल ने भारत को अपना समर्थन दिया है। मालदीव विवाद पर इजरायल भारत के लिए आगे आया है। नई दिल्ली में इजरायली राजदूत ने घोषणा की है कि वह लक्षद्वीप में 9 जनवरी से डिसैलिनेशन प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है ताकि भारतीय द्वीपसमूह में पर्यटन को और बढ़ावा दिया जा सके।
मालदीव और भारत के बीच शुरू हुए नए तनाव के बीच इजराइल ने घोषणा की है कि वह मंगलवार को लक्षद्वीप में डिसैलिनेशन प्रोग्राम (अलवणीकरण) कार्यक्रम शुरू करेगा। उसने कहा है कि यह एक ऐसा कदम है जो मालदीव को लेकर चल रहे विवाद के बीच भारतीय द्वीपसमूह में पर्यटन को और बढ़ावा दे सकता है। इजरायली दूतावास ने एक्स पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “अलवणीकरण कार्यक्रम शुरू करने के सरकार के अनुरोध पर हम पिछले साल लक्षद्वीप में थे। इज़रायल कल इस परियोजना पर काम शुरू करने के लिए तैयार है।”
लक्षद्वीप में समुद्र तटों की विहंगम तस्वीरें साझा करते हुए, इजरायली दूतावास ने कहा, “उन लोगों के लिए जिन्होंने अभी तक लक्षद्वीप की सुंदरता को नहीं देखा है, यहां इस द्वीप के मनमोहक आकर्षण को दिखाने वाली कुछ तस्वीरें लेकर आए हैं।” गौरतलब है कि इजरायल की यह घोषणा मोहम्मद मुइज्जू सरकार के कुछ मंत्रियों द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद आई है। जिन टिप्पणियों के बाद भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक विवाद गहरा गया है।