सहारनपुर में बसपा ने बड़े बदलाव के साथ ही लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तसमीम बानो के पति माजिद अली को लोकसभा प्रभारी बना दिया गया। यह घोषणा रविवार को बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी शमशुद्दीन राइन ने की।इसे लेकर सियासी गलियारों में लोकसभा चुनाव को लेकर बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। दाबकी जुनारदार रोड स्थित एक बारात घर में बसपा का सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस दौरान बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी शमशुद्दीन राइन ने आयोजित सम्मेलन में कहा बसपा की मुखिया मायावती ही ऐसी एक मात्र नेता हैं जो कि सर्वसमाज के लोगों को साथ लेकर चलती हैं। उनका गठबंधन सपा-कांग्रेस से नहीं, बल्कि सर्वसमाज के लोगों से है।
सपा-कांग्रेस लोगों को डराने राजनीति करती हैं। वह भाजपा का डर दिखाकर मुस्लिमों का वोट लेती हैं। जबकि भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाती है। भाजपा चावल और गेहूं देकर गरीब और मजलूमो को गुलाम बनाकर रखना चाहती है। जबकि बसपा प्रमुख रोजगार देकर लोगों को इस लायक बनाती है, जिससे वह दस परिवारों का पेट भर सके। उन्होंने कांग्रेस और सपा द्वारा बसपा को भाजपा की बी टीम बताए जाने पर करारा प्रतिरोध किया। कहा कि जब वर्ष 2019 में गठबंधन में यह दल थे तब बसपा बी टीम नहीं थी? असल में सपा ही भाजपा की बी टीम हैं। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण 2019 का चुनाव हैं, जिसमें सपा के दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में भाजपा की जीत हुई थी।
लोकसभा क्षेत्र प्रभारी बनाए जाने पर माजिद अली ने शमशुद्दीन राइन का आभार व्यक्त किया। साथ ही आश्वासन दिया कि भारी मतों से लोकसभा की सीट बसपा की झोली में जाएगी। कार्यक्रम में अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने की, जबकि संचालन राज कुमार गौतम ने किया। इस दौरान मंडल कोऑर्डिनेटर नरेश गौतम, पूर्व विधायक रविन्द्र मोल्हू, प्रभारी अजब सिंह, ब्लाक प्रमुख मेहरबान आलम, पूर्व पार्षद, अनिल पप्पू, वरिष्ठ नेता एस. आलम, विनोद सहगल, विकास, प्रताप सिंह, रविन्द्र कश्यप, ऋषिपाल गौतम, सज्जाद एडवोकेट, मोहम्मद उस्मान, सरफराज राइन आदि मौजूद रहे।
सांसद नहीं पहुंचे कार्यक्रम में
बसपा सांसद फजलुर्रहमान कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। सांसद ने कहा कि मेरा उधर जाना नहीं हुआ। अभी केवल लोकसभा प्रभारी की घोषणा हुई है। लोकसभा का टिकट की घोषणा नहीं हुई है। जब तक टिकट घोषित नहीं होती, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। उधर, माजिद अली को लोकसभा प्रभारी बनाए जाने के बाद और बसपा सांसद के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने पर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। माना जा रहा है कि जल्द ही सांसद कोई कदम उठाने की घोषणा कर सकते हैं।