दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर एलजी वीके सक्सेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधानसभा में जमकर बरसे। गुरुवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि एलजी वीके सक्सेना ने अधिकारियों को धमकी देकर बस मार्शल योजना पर रोक लगा दी।उन्होंने कहा कि भाजपा पर बस मार्शल के लिए मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। उन्होंने भाजपा को ललकारते हुए कहा कि यदि वह सच में मार्शल के साथ खड़े हैं तो उनके साथ एलजी के पास जाकर दोबारा नियुक्त कराएं।दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बस में मार्शल के रूप में तैनात सिविल सिक्यॉरिटी वॉलंटियर्स को हटाने के मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने कहा कि यह योजना 2015 से 2022 तक सुचारू रूप से चली। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के वादे के साथ 2015 में सरकार बनाई थी। हमने पांच साल में सीसीटीवी कैमरे लगाए, अंधेरे वाले स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगाईं और बसों में सीसीटीवी कैमरे और ‘पैनिक बटन’ लगाए और मार्शल तैनात किए। बस मार्शल द्वारा किए गए अच्छे काम के कई उदाहरण मौजूद हैं।’
केजरीवाल ने कहा कि बस मार्शल योजना के तहत 8 साल तक सुचारू रूप से काम हुआ लेकिन 2023 में अधिकारियों ने यह कहते हुए सवाल उठाने शुरू कर दिए कि ये वॉलंटियर्स मार्शल के रूप में काम नहीं कर सकते। केजरीवाल ने आरोप लगाया, ‘एलजी ने अधिकारियों को बस मार्शल योजना को रोकने के लिए कहा है। उन्होंने यह कहते हुए मार्शल की नियुक्ति पर सवाल उठाए कि वहां (बस में) सीसीटीवी कैमरे और ‘पैनिक बटन’ हैं तो मार्शल की क्या जरूरत। हम उनपर 280 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं।’
केजरीवाल ने आगे कहा, ‘मैंने कहा कि सर मेरे लोग हैं 280 करोड़ क्या उनकी सुरक्षा पर 2800 करोड़ खर्च करूंगा। मैंने कहा कि यदि सीसीटीवी से ही हो जाता तो राजभवन के चारों तरफ सीसीटीवी तो लगे ही हैं। पैनिक बटन भी लगा देते हैं, आपकी सुरक्षा हटा देते हैं। क्या जरूरत है आपकी सुरक्षा की। पूरी दिल्ली में तो सीसीटीवी लगा ही दिए हैं, पैनिक बटन और लगा देते हैं। दिल्ली पुलिस भंग कर देते हैं। कई लेयर की सुरक्षा होती है किसी समाज में।’
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे पर सिर्फ ‘मगरमच्छ के आंसू’ बहा रही है। केजरीवाल ने कहा अब खुद हटाके बीजेपी वाले उनके धरने में जाकर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। शर्म आनी चाहिए। थोड़ी सी शर्म पची है तुम लोगों के अंदर तो डूब मरो चुल्लू भर पानी में। इस तरह की गंदी राजनीति करते हो। अभी आपने (नेता विपक्ष) कहा कि इनको नियमित करना चाहिए। करने को तैयार हूं, चलो अभी चलते हैं एलजी के पास। अगर माई के लाल हो तो अभी चलो मेरे साथ। मैं खाली कागज पर साइन करने के लिए तैयार हूं। एलजी से करा के लाओ, तुम्हारा एलजी है। जिस फाइल पर दस्तखत करना है मैं अभी करने के लिए तैयार हूं इनकी बहाली के लिए। नौटंकी मत करो, गंदी राजनीति मत करो।’