छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने भटगांव विधायक लक्ष्मी राजवाड़े को मंत्री बना दिया है। लक्ष्मी बेहद ही साधारण परिवार से आती है। साथ ही सरगुजा संभाग में ओबीसी महिला चेहरा के रूप में क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रही है।
राजवाड़े को मंत्री बनाने के पीछे की वजह यह मानी जाती है कि पार्टी ने सरगुजा संभाग से ओबीसी वर्ग को साधने का काम किया है। लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधानसभा पहुंची थी जिन्हें अब मंत्री भी बना दिया गया है।
महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष के बाद छत्तीसगढ़ में मंत्री
लक्ष्मी राजवाड़े सरगुजा जिले के बीरपुर ग्राम से आती है। वह लंबे समय से क्षेत्र में महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष के रूप में काम कर रही थी। इससे पहले वह जिला पंचायत सदस्य रही है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार लक्ष्मी राजवाड़े को भटगांव विधानसभा से टिकट दिया था। जिसके बाद लक्ष्मी जीती और विधायक बनी है। लक्ष्मी राजवाड़े को भाजपा सरकार में मंत्री बनने से सभी आरंभित हो गए है। 31 साल की लक्ष्मी राजवाड़े के अलावा भारतीय जनता पार्टी में रेणुका सिंह, गोमती साय जैसे बड़े महिला चोहरों की चर्चा हो रही थी। कहीं न कहीं लक्ष्मी राजवाड़े को छत्तीसगढ़ का मंत्री बनाने का फैसला प्रदेश में ओबीसी वर्ग को साधकर रखने का एक प्रयास है।
पहला चुनाव और दिग्गज कांग्रेस नेता को हराया
छत्तीसगढ़ की भटगांव विधानसभा सीट से साल 2003 में कांग्रेस पार्टी के हरिदास भारद्वाज चुनाव जीते थे। उसके बाद साल 2008 के विधानसभा के चुनाव में भाजपा के रविशंकर त्रिपाठी विधायक बने थे। इस सीट पर रविशंकर के निधन के बाद उनकी पत्नी को उपचुनाव में टिकट दी गई जिसमें वह जीती और विधानसभा पहुंची थी। साल 2013 और साल 2018 के चुनाव में लगातार दो बार भटगांव सीट से विधायक रहने के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में लक्ष्मी राजवाड़े से उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा सरकार में लक्ष्मी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
साल 2023 चुनाव के क्या रहे परिणाम
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नए चेहरे को मैदान में उतारते हुए नया प्रयोग किया, भाजपा ने भटगांव सीट से लक्ष्मी राजवाड़े को प्रत्याशी बनाया था। वही कांग्रेस पार्टी ने 2 बार के विधायक पारस राजवाड़े को टिकट दिया। साल 2023 का चुनाव परिणाम यह हुआ कि 10 साल के विधायक पारस राजवाड़े भाजपा की लक्ष्मी से 43962 वोट से चुनाव हारे है। इस चुनाव में लक्ष्मी राजवाड़े को 1 लाख 5 हजार 162 वोट मिले। तो वही पारस राजवाड़े को 61 हजार 200 वोट मिले हैं। इस जीत के साथ लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधायक बनी और अब छत्तीसगढ़ की मंत्री भी बना दी गई है।