लोकसभा चुनाव 2024 के सरगर्मी के बीच बिहार में महागठबंधन की सीट शेयरिंग का फार्मूला बदल गया है। सन ऑफ़ मल्लाह के नाम से चर्चित मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी महागठबंधन का हिस्सा बन गई है।लालू तेजस्वी की पार्टी राजद ने विकासशील इंसान पार्टी को अपने कोटे की तीन लोकसभा सीटें दी है। राजद अब 26 के बदले 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वीआईपी को गोपालगंज, मोतिहारी और झंझारपुर सीट राजद कोटे से दी गई है। शुक्रवार को प्रदेश राजद कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव ने इसकी घोषणा की। साथ ही आगे विधानसभा चुनाव में भी सहयोग करने का भरोसा दिलाया।शुक्रवार को आरजेडी के बिहार प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि विकासशील इंसान पार्टी के साथ हमारा गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए नहीं है बल्कि 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी हम लोग साथ मिलकर लड़ेंगे और एनडीए का सामना करेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए मुकेश सहनी ने बड़ा निर्णय लिया है तो हमने भी इन्हें साथ चलने लेकर चलने का फैसला लिया है। आरजेडी पहले 26 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाली थी। अपने कोटे में तीन सीटें मुकेश साृहनी की पार्टी को देने का फैसला राष्ट्रीय जनता दल ने किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्णय के अनुसार गोपालगंज, झंझारपुर और पूर्वी चंपारण मुकेश सहनी के खाते में दिए गए हैं।प्रेस कॉन्फ्रेस में तेजस्वी यादव के साथ मौजूद मुकेश सहनी ने कहा कि मै हमेशा से लालू प्रसाद यादव की विचारधारा को मानता रहा हूं। गरीब और पिछड़े समाज में जन्म लिया और अपने संघर्ष की बदौलत यहा तक पहुंचा। हमारे समाज में आज भी हजारों समस्याएं हैं जिनके समाधान के लिए मैं हमेशा लड़ाई लड़ता रहा। आज महागठबंधन का साथ मिला है. इससे हमें नई ताकत मिलेगी।सियासी गलियारे में चर्चा है कि आरजेडी ने मुकेश सहनी को एडजस्ट किया है। पिछले दिनों मुजफ्फरपुर आए मुकेश सहनी ने दावा किया था कि हर हाल में मुजफ्फ्फरपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। मुजफ्फरपुर और खगड़िया में में निषाद समाज के मतदाताओं की प्रभावी संख्या है। इसलिए मुकेश सहनी इन दोनों लोकसभआ सीटों की मांग कर रहे थे। 2019 मुकेश सहनी खगड़िया से चुनाव लड़े हालांकि उनकी हार हो गई। निषाद बहुल मुजफ्फरपुर से अजय निषाद दो बार और उनके पिता कैप्टन जयनारायण निषाद कई बार सांसद रहे।