अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मदरसा बोर्ड भंग मामले में राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मदरसा बोर्ड को भंग करने का आदेश दिया है।राज्य सरकार चाहती है कि मदरसा बोर्ड कायम रहे। उन्होंने यह भी कहा कि मानक पूरा करने वाले मदरसे चलेंगे और शिक्षकों को समायोजित भी किया जाएगा।ओम प्रकाश राजभर ने गुरुवार को बातचीत के दौरान कहा कि जो मदरसे मानक पूरा कर रहे हैं और उनका संचालन ठीक-ठाक हो रहा है उनको यूपी बोर्ड और सीबीएसई से मान्यता दिलाकर संचालित कराया जाएगा। मदरसों में जिन बच्चों ने परीक्षा दे दी है, उनका परिणाम आएगा और ऐसे बच्चों को आसपास के स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। जरूरत पड़ी तो नई व्यवस्था की जाएगी और किसी भी बच्चे के साथ अन्याय होने नहीं दिया जाएगा। शिक्षण संस्थाओं की बेहतरी के लिए और भी जो संभव होगा किया जाएगा।उन्होंने कहा कि जितनी सुविधाएं अन्य स्कूलों में मिल रही है, उतनी ही सुविधाएं मदरसों में पढ़ने वाले मुस्लिम बच्चों को भी दी जाएंगी। जो शिक्षक मानक के अनुरूप हैं, उनका भी समायोजन किया जाएगा। एडेड मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के बारे में कहा कि हम किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस ने मुस्लिमों से वोट तो लिया, लेकिन उनके हित में काम नहीं किया। सपा ने सिर्फ एक विश्वविद्यालय खोला, जबकि उन्हें पूरब, मध्य और पश्चिम में तीन विश्वविद्वद्यालय खोलने चाहिए थे और मदरसों को इससे मान्यता दे देना चाहिए था।
अखिलेश एनडीए की मदद कर रहे
उन्होंने यह भी कहा कि सपा एनडीए प्रत्याशियों को जिताने के लिए बार-बार उम्मीदवार बदल रही है। सपा का साथ छोड़कर एक-एक नेता जा रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य उनका साथ छोड़ गए। पल्लवी पटेल साथ छोड़ गईं। उन्होंने कहा कि अखिलेश जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। वह भाजपा को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस द्वारा रायबरेली व अमेठी से उम्मीदवार अभी तक न उतारे जाने के सवाल पर कहा कि वह यह अच्छी तरह से जानती है कि उनकी हार होने वाली है।मुख्तार अंसारी की मौत पर उठे सवालों पर कहा कि उनके परिवार ने जांच की मांग की थी राज्य सरकार ने आदेश कर दिया है और भी मांग होगी तो उसे भी देखा जाएगा। मुख्तार को मसीहा व माफिया कहे जाने के सवाल पर कहा कि जिसको जो समझ में आ रहा है वह कह रहा है।