लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह को बड़ा झटका लगा है। जौनपुर की अदालत ने धनंजय सिंह को अपहरण के मामले में दोषी करार दिया है। बुधवार को सजा सुनाई जाएगी। धनंजय को कोर्ट ने जेल भी भेज दिया है।धनंजय सिंह इस बार भी लोकसभा चुनाव में जौनपुर से ही उतरने की तैयारी कर रहे थे। इसका ऐलान भी धनंजय ने ठीक उस दिन किया जिस दिन भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी। धनंजय सिंह नीतीश की पार्टी जदयू और भाजपा दोनों से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। भाजपा की तरफ से कृपाशंकर सिंह को मैदान में उतारते ही धनंजय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा था कि जीतेगा जौनपुर जीतेंगे हम। अब जेल भेजे जाने से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।धनंजय को आज जिन धाराओं ( 364, 386, 504, 506, 120 B) के तहत कोर्ट ने दोषी करार दिया है, उनमें दो साल के ऊपर सजा पाना तय माना जा रहा है। ऐसे में चुनाव की उम्मीदवारी पर ग्रहण लग सकता है। धनंजय को जिस अपहरण के मामले में दोषी करार देते हुए जेल भेजा गया है वह मामला दस मई 2020 का है। नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने धनंजय सिंह और उनके साथी संतोष विक्रम के खिलाफ अपहरण, रंगदारी समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया था।मैनेजर ने आरोप लगाया था कि संतोष विक्रम ने दो साथियों के साथ मेरा अपहरण किया और धनंजय के पास लेकर गए थे। यहां धनंजय सिंह ने पिस्टल दिखाते हुए गालियां दी थीं। मुझे सड़क में कम गुणवत्ता वाली सामग्री लगाने के लिए कहा और मुझसे रंगदारी मांगी थी। मुझे धमकियां दीं और डराया गया था।
प्रोजेक्ट मैनेजर की तरफ से एफआईआर दर्ज होते ही धनंजय को गिरफ्तार कर लिया गया था। कई दिनों तक धनंजय जेल में रहे। इसी बीच केस में नया मोड़ तब आ गया जब प्रोजेक्ट मैनेजर ने कोर्ट में शपथ पत्र देकर अपने आरोपों को वापस ले लिया और कहा कि केस दर्ज कराते समय वह तनाव में था। यही नहीं मैनेजर की तरफ से पेश गवाह भी पक्षद्रोही हो गया। इसके बाद भी मामले की सुनवाई होती रही और कोर्ट ने फैसले के लिए पांच मार्च की तारीख दी थी।अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एमएलए- एमपी कोर्ट चतुर्थ शरद कुमार त्रिपाठी की अदालत फैसला सुनाते हुए पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उसके साथी संतोष विक्रम सिंह को न्यायिक अभिरक्षा में ले लिया और दोषी करार करते हुए सजा के लिए छह मार्च बुधवार की तारीख तय कर दी।
दोषी ठहराए जाने के बाद भी दिखा दबदबा
आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद भी धनंजय सिंह का दबदबा दिखाई दिया। कोर्ट से जेल जाते समय पुलिस की गाड़ी के पास खड़े होकर धनंजय ने मीडिया से बात की और किसी अपराधी की तरह पीछे की जगह गाड़ी में आगे की सीट पर बैठकर रवाना हुए। धनंजय ने मीडिया के सवाल पर कहा कि न्यायपालिका पर कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन यह करप्शन का मामला था, सभी को पता है। नमामि गंगे का जिस तरीके से काम चल रहा था, वही इश्यू था। अब कल फैसला आएगा तो देखेंगे क्या हो सकता है।