यूपी के शाहजहांपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सरकारी डॉक्टर उसे वक्त सकते में पड़ गए। जब एक युवक सरकारी एंबुलेंस से भगवान गिरधर गोपाल की मूर्ति को लेकर अस्पताल पहुंच गया।सुजानपुर गांव के रहने वाले रिंकू नामक युवक ने डॉक्टर को भगवान लड्डू गोपाल को चोट लगने की बात कही और उनका इलाज करने के लिए रोता रहा। लोगों की भीड़ बढ़ने और युवक की भगवान लड्डू गोपाल के प्रति आस्था देखकर डॉक्टर ने बाकायदा भगवान लड्डू गोपाल को भर्ती किया और उनका इलाज किया। इसके बाद युवक भगवान लड्डू गोपाल को लेकर घर वापस लौट गया। भगवान लड्डू गोपाल का सरकारी अस्पताल में इलाज पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अंकित वर्मा ने बुधवार को यूनीवार्ता को बताया कि रिंकू की भगवान लड्डू गोपाल में अटूट आस्था है। रिंकू रोज की तरह भगवान लड्डू गोपाल को स्नान करवा रहा था। इसी दौरान उसके हाथ से भगवान लड्डू गोपाल की मूर्ति अचानक छूटकर जमीन पर गिर गई। भगवान लड्डू गोपाल को चोट लगने की बात कह कर उसने रोना शुरू कर दिया। इसके बाद उसने 108 नंबर पर फोन लगाकर एंबुलेंस बुलवा ली। एंबुलेंस पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी यह देखकर हैरान रह गए की घायल होने वाला कोई व्यक्ति नहीं बल्कि भगवान लड्डू गोपाल की मूर्ति है।
डॉक्टर ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों ने मूर्ति का चेकअप किया और ठीक होने की बात कही लेकिन इसके बावजूद रिंकू एंबुलेंस के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। जहां पहुंचकर उसने जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया। साथ ही भगवान लड्डू गोपाल का इलाज करने की गुहार लगाता रहा। रिंकू की भगवान लड्डू गोपाल के प्रति भक्ति देखकर डॉक्टर ने बाकायदा लड्डू गोपाल को अस्पताल में भर्ती किया और उनका प्रतीकात्मक इलाज किया। इस दौरान अस्पताल के बाहर तमाम भक्तों की भीड़ लग गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने लड्डू गोपाल को ठीक-ठाक बताकर वापस उसकी मां के साथ उसे घर भेज दिया। भगवान लड्डू गोपाल के प्रति अटूट आस्था और भगवान का सरकारी इलाज जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।