कथित शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर समन भेजा है। ईडी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को 26 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है।अरविंद केजरीवाल अब तक केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से भेजे गए 6 समन को दरकिनार कर चुके हैं। उन्होंने हर बार ईडी के समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया है।समन को बार-बार नजरअंदाज किए जाने के बाद ईडी ने राउज ऐवेन्यू कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने केजरीवाल को 17 फरवरी को बुलाया था, जबकि 19 फरवरी को उन्हें ईडी ने पेश होने के लिए कहा था। केजरीवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होते हुए खुद को विधानसभा में विश्वास मत्र में व्यस्त बताते हुए नई डेट की मांग की थी। कोर्ट ने उन्हें 16 मार्च को बुलाया है।
कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे केजरीवाल
19 फरवरी को छठे समन को नजरअंदाज करने के बाद केजरीवाल ने कहा था कि ईडी कोर्ट गई है तो उन्हें फैसले का इंतजार करना चाहिए और बार-बार समन नहीं भेजना चाहिए। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाएगा और उसके मुताबिक आगे कदम उठाया जाएगा।
नवंबर से ही भेजा जा रहा समन
अरविंद केजरीवाल को नवंबर से अब तक कुल सात बार समन भेजा गया है। उन्होंने कभी खुद को चुनाव तो कभी बजट सत्र में व्यस्त बताते हुए पेशी से इनकार किया। साथी ही हर बार समन को भी अवैध करार दिया। अरविंद केजरीवाल यह भी आशंका जाहिर कर चुके हैं कि चुनाव से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में प्रचार से रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश की जा रही है। कथित शराब घोटाले से जुड़े जिस मनी लॉन्ड्रिंग केस में केजरीवाल को बुलाया गया है उसमें आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और विजय नायर को गिरफ्तार किया जा चुका है।