केरल के इडुक्की जाने वाले पर्यटकों के लिए Must Visit लोकेशन बन गया है ग्लास ब्रिज। पिछले साल ही इडुक्की के वागामोन में भारत की सबसे लंबी ग्लास ब्रिज (शीशे का पूल) का उद्घाटन केरल के पर्यटन मंत्री ने किया था।
करीब 40 मीटर लंबे इस ग्लास ब्रिज को कोलाहलामेदु एडवेंचर गांव में तैयार किया गया है।
इसलिए ग्लास ब्रिज पर घूमने के साथ-साथ एडवेंचर से जुड़ी कई एक्टिविटीज में भी हिस्सा ले सकते हैं। ब्रिज के नीचे खाई है, जो इस ग्लास ब्रिज पर चलने वाले लोगों को एडवेंचर से भर देता है। अगर आपको ऊंचाई से कोई फोबिया नहीं है तो केरल की ट्रिप पर इस ग्लास ब्रिज को मस्ट वीजिट की लिस्ट में रखें।
जर्मनी से मंगवाया गया है ग्लास
जानकारी के अनुसार इस ग्लास ब्रिज के निर्माण के लिए खास तौर पर जर्मनी से हाई डेंसिटी ग्लास मंगवाया गया है। रिपोर्ट के मुताबित इस ग्लास ब्रिज को तैयार करने में लगभग 35 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है। ब्रिज को पूरी तरह से तैयार करने में 3 करोड़ रुपए की लागत आयी है। यह ब्रिज इतनी शानदार लोकेशन पर है कि यहां से मुंडाकायम और कुट्टीकल की झलक भी देख सकते हैं। इस ब्रिज पर एक बार में 15 से 30 लोग खड़े हो सकते हैं। इस जगह पर आप कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटीज को भी एंजॉय कर सकते हैं जैसे :
रॉकेट इजेक्टर
स्विंग
जिपलाइन
स्काई साईक्लिंग
स्काई रोलर
बंजी ट्रैम्पोलिन
एक्वा जोरबिंग
इसके अलावा पर्यटक वागामोन झील पर नौकायान का आनंद भी उठा सकेंगे।
कैसे पहुंचे और कितनी है एंट्री शुल्क
केरल के इस प्रसिद्ध ग्लास ब्रिज पर घूमने के लिए आपको प्रति व्यक्ति ₹500 का टिकट खरीदना पड़ेगा। यह ब्रिज सुबह 9 बजे से शाम को 6.30 बजे तक खुला रहता है। ग्लास ब्रिज वायनाड से लगभग 100 किमी की दूरी पर मौजूद है। यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोझिकोड है, जो वायनाड से 85 किमी की दूरी पर है। कोझीकोड स्टेशन से ग्लास ब्रिज के लिए किराए पर टैक्सी या कैब आपको आसानी से मिल जाएगी। ग्लास ब्रिज का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट भी कोझीकोड ही है।
विशेष नोट : चुंकि केरल में काफी अधिक बारिश होती है, इसलिए ग्लास ब्रिज घूमने जाते समय मौसम का खास ख्याल रखें। केरल में घूमने जाने के लिए सितंबर से मार्च तक का समय बेस्ट माना जाता है।