इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग अब पूरी इस्लामिक दुनिया के लिए एक मुद्दा बनती दिख रही है। इस मामले पर सऊदी अरब, जॉर्डन, लेबनान, सीरिया और मिस्र जैसे देश पहले ही इजरायल को गाजा पर हमले रोकने को कह रहे हैं।अब ईरान ने तो खुली धमकी दी है कि यदि गाजा पर इजरायल के युद्ध अपराध नहीं रुके तो फिर पूरी दुनिया के मुसलमान इस जंग में उतरेंगे। ईरान के शीर्ष नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा कि कोई भी दुनिया भर के मुसलमानों और ईरान की फोर्स को रोक नहीं पाएगा, यदि गाजा में इजरायल के हमले नहीं रुके।उन्होंने ईरान के सरकारी टीवी चैनल पर देश को संबोधित करते हुए यह बात कही। माना जाता है कि हमास और हिजबुल्लाह जैसे उग्रवादी संगठनों क ईरान पर्दे के पीछे से मदद करता रहता है। इजरायल पर हमास के हमले के पीछे भी ईरान की मदद को लेकर कई खबरें आई हैं। हालांकि ईरान ने इससे इनकार किया था। इजरायल ने भी साफ कहा था कि हमास के हमलों के पीछे ईरान ही है और उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। इजरायल ने हमास के खात्मे तक गाजा पर हमले रोकने से भी इनकार किया है।दरअसल 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले में यहूदी देश के 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे। उस अटैक के जवाब में इजरायल तीखा हमला कर रहा है। गाजा पट्टी पर इजरायल ने जमकर अटैक किए हैं और बिजली पानी तक बंद कर दिया है। इसी के चलते इस्लामिक देशों में गुस्सा देख रहा है। वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देशों ने इजरायल का समर्थन किया है। लेकिन अब अमेरिका ने यह शर्त भी रख दी है कि इजरायल भले हमास पर अटैक करे और उसे नेस्तनाबूद करे, लेकिन फिलिस्तीन के नागरिक नहीं मारे जाने चाहिए।