इजरायल हमास का हमला रोकने में नाकाम क्यों रहा? इस सवाल को लेकर वहां के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बुरी तरह से घिरते नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस सवाल का जवाब देने के बजाए फिलहाल पूरा ध्यान हमास को हराने पर लगाने की बात कही है।सीएनएन से बात करते हुए नेतन्याहू ने कहाकि हम सभी सवालों का जवाब देंगे। लेकिन अभी पूरे देश का एकमात्र उद्देश्य युद्ध में जीत होना चाहिए। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला बोला था। इस हमले को लेकर सवाल उठते हैं कि आखिर इजरायली खुफिया एजेंसी इससे जुड़ी जानकारी हासिल करने में नाकाम क्यों रही।
हमारा ध्यान जीत पर
इजरायली प्रधानमंत्री ने कहाकि हमें जीत पर ध्यान देना है। अब मेरी यही जिम्मेदारी है। हमाल का हमला इजरायल पर 1984 के बाद सबसे बड़ा हमला है। पिछले महीने इस हमले में उसने 1200 इजरायली लोगों को मारा था और 200 को बंधक बनाया था। बंधकों को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें छुड़ाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि इजरायल के दो लक्ष्य हैं, बंधकों को छुड़ाना और हमास को खत्म करना। सीजफायर को लेकर बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय दबाव को लेकर इजरायली पीएम ने कहाकि ऐसा तभी हो सकता है जब हमारे बंधकों को छोड़ दिया जाए।
लड़ाई नहीं रोकेंगे
नेतन्याहू से पूछा गया था कि क्या वह युद्ध में एक दिन के विराम की अनुमति देंगे? इस पर उन्होंने कहाकि यह विराम नहीं है। यदि आप लड़ाई को रोकने के बारे में बात कर रहे हैं, तो हमास यही चाहता है। हमास ठहराव की एक अंतहीन श्रृंखला चाहता है जो मूल रूप से उनके खिलाफ लड़ाई को समाप्त कर देता है। सात अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल ने हमास के ऊपर जमकर बमबारी की है। इस दौरान 11,025 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इन मरने वालों में 4506 बच्चे और 3027 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 27 हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं।
गाजा के अस्पतालों पर भी रखी राय
इस दौरान गाजा के अस्पतालों को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी राय जाहिर की। स्वास्थ्य अधिकारियों और सहायता एजेंसियों का कहना है कि यहां पर अस्पताल विनाशकारी हालात का सामना कर रहे हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल सेफ कॉरिडोर के जरिए रोगियों की मदद कर रहा है। लेकिन उन्होंने यह भी कहाकि हमास को कोई छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहाकि हमने गाजा सिटी के दक्षिण में एक सुरक्षित क्षेत्र के लिए रास्ते तय किए हैं। उन्होंने घायल नागरिकों के लिए हमास को दोषी ठहराया। साथ ही कहाकि ऐसा कोई कारण नहीं है कि हम मरीजों को वहां से बाहर नहीं निकाल सकते।