प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘INDIA गठबंधन के मुजरा करने’ वाले बयान पर बिहार का सियासी पारा गर्मा गया है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव के चरण आगे बढ़ रहे हैं, पीएम मोदी की भाषा का स्तर गिरता जा रहा है।ऐसी भाषा उनके विरोधियों को तो छोड़ो, समर्थकों को भी अच्छी नहीं लग रही है। पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा कि गुजरात में 25 मुस्लिम जातियों को आरक्षण मिला हुआ है। मोदी 13 साल तक वहां के मुख्यमंत्री रहे, क्या उन्हें यह बात पता नहीं है। इस पर वे क्यों नहीं बोल रहे हैं।बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी है। यहां के लोगों को काम की बात समझ में आती है। पीएम नरेंद्र मोदी को संविधान का बेसिक ज्ञान भी नहीं है। प्रधानमंत्री को हमने पांच बार पूरे देश में जाति गणना कराने के लिए पत्र लिखा, बिहार का डेलीगेशन उनसे मिलने गया लेकिन पीएम ने मना कर दिया। पीएम मोदी को अपनी भाषा सुधारनी चाहिए, साथ ही संविधान के बेसिक ज्ञान को भी समझना चाहिए।तेजस्वी ने प्रधानमंत्री को आरक्षण विरोधी बताते हुए कहा कि ये वही मोदी हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल खड़ा करके बिहार के 75 फीसदी रिजर्वेशन को खत्म करने का प्रयास किया था।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाटलिपुत्र में शनिवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुस्लिम आरक्षण को लेकर आरजेडी एवं कांग्रेस को घेरा। पीएम ने कहा कि बिहार के अति पिछड़ा, ओबीसी, एससी, एसटी के परिवारों को गारंटी देते हैं कि वह जब तक जिंदा हैं उनके हक नहीं छिनने देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी के लिए संविधान सर्वोपरि है। इंडी अलायंस को वोटबैंक की गुलामी करनी है, या वहां जाकर मुजरा करना है तो भी करें। मैं एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण के साथ खड़ा हूं और खड़ा रहूंगा। जब तक जान है लड़ता रहूंगा।