रूस में फिर पुतिन सरकार

रूस में राष्ट्रपति चुनाव खत्म हो गया है और नतीजे भी सामने आ चुके हैं। इन नतीजों में व्लादिमीर पुतिन को एक बार फिर जीत मिली है। युद्धग्रस्त देश में हुए चुनाव पर दुनियाभर की नजरें टिकी रहीं। पुतिन ने राष्ट्रीय जनमत संग्रह के जरिए में पांचवीं बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता बना लिया है।मतदान सर्वेक्षकों के पोल के मुताबिक, पुतिन ने 87% से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। एक विजयी में रूसी राष्ट्रपति ने समर्थकों से कहा कि वह सेना को मजबूत करेंगे।नतीजों की घोषणा होने के बाद पुतिन ने अपने पहले संबोधन में पश्चिमी देशों को धमकी दी। उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन में अगर संघर्ष हुआ तो इसका मतलब ये है कि यह दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध से महज एक कदम दूर होगी।नतीजों के अनुसार, कम्युनिस्ट उम्मीदवार निकोलाई खारितोनोव दूसरे स्थान पर रहे। निकोलाई को महज 4% वोट ही मिले। वहीं नवागंतुक व्लादिस्लाव दावानकोव तीसरे और लियोनिद स्लतस्की चौथे स्थान पर रहे।रूसी चुनाव ठीक दो साल बाद हुआ है। करीब दो साल पहले 24 फरवरी को रूस और यूक्रेन के बीच घातक युद्ध शुरू हुआ था। तीन दिवसीय चुनाव पर युद्ध की तलवार लटक रही है। रूस का दावा है कि यूक्रेन ने रूस में तेल रिफाइनरियों पर बार-बार हमला किया, रूसी क्षेत्रों पर गोलाबारी की और रूसी सीमाओं को भेदने की कोशिश की। राष्ट्रव्यापी मतदान 74.22% था। यह आंकड़ा 2018 के 67.5% के मतदान से भी ज्यादा था। यह चुनाव हजारों पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों की कड़ी सुरक्षा के बीच कराया गया। रूस में चुनाव के लिए 11.4 करोड़ मतदाता पंजीकृत थे। 71 वर्षीय पुतिन छह साल के नए कार्यकाल पूरा करने पर जोसेफ स्टालिन को पीछे छोड़ देंगे। वह 200 से अधिक वर्षों तक रूस के सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति रहने वाले नेता बन जाएंगे। लेफ्टिनेंट कर्नल रह चुके पुतिन पहली बार 1999 में सत्ता में आए थे। पुतिन ने कहा, ‘हमारे सामने कई काम हैं। हमें डराने वाला और हमें दबाने वाला इतिहास में कोई भी कभी सफल नहीं हुआ है। वे अब भी सफल नहीं हुए हैं और वे भविष्य में भी कभी सफल नहीं होंगे।’ पुतिन ने संवाददाताओं से कहा कि वह रूस के चुनाव को लोकतांत्रिक मानते हैं और कहा कि उनके खिलाफ नवलनी-प्रेरित विरोध का चुनाव के नतीजे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।रूस में संपन्न हुए चुनाव पर दुनियाभर की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। पश्चिमी देशों ने चुनावों की आलोचना की है। रूस के साथ युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन हमेशा के लिए शासन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘चुनाव की कोई वैधता नहीं है और न ही हो सकती है।’अमेरिका ने कहा कि ये स्पष्ट रूप से न तो स्वतंत्र और न ही निष्पक्ष थे। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन की जीत उनके लिए लोगों के समर्थन को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा कि चीन, रूस के साथ आगे करीबी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने के लिए तैयार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *