योगी आदित्यनाथ रविवार को वनग्राम जंगल तिनकोनिया में वनटांगियों के साथ दिवाली मनाएंगे। इस दौरान वह गोरक्षनगरी को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे। वह 14 साल से वनग्राम में दिवाली मनाते आ रहे हैं।
योगी के 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भी यह सिलसिला कभी टूटा नहीं। करीब 100 साल तक उपेक्षा का दंश झेलने को अभिशप्त रहे वनग्राम जंगल तिकोनिया नंबर तीन को अब जिले के अति विशिष्ट गांव के रूप में जाना जाता है। इसकी वजह है मुख्यमंत्री योगी द्वारा इस गांव में दीपोत्सव मनाना। इसकी शुरुआत 2009 में की थी जब वह सांसद थे। बतौर मुख्यमंत्री वह रविवार को लगातार सातवीं बार वनटांगियों के साथ दीपावली की खुशियां साझा करेंगे।
बतौर सांसद उन्होंने लोकसभा में वनटांगिया अधिकारों के लिए लड़कर 2010 में अपने स्थान पर बने रहने का अधिकार पत्र दिलाया। 2017 में मुख्यमंत्री बने तो वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें शासन प्रदत्त सभी सुविधाओं का हकदार बना दिया। उन्होंने वनटांगिया गांवों को आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, जैसे संसाधनों के साथ ही यहां रहने वालों को जनहित की सभी योजनाओं से आच्छादित कर दिया है। रविवार को वनटांगिया गांव में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं तो गांव के लोग भी उल्लास के साथ स्वागत को तैयार हैं।
इन परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
रविवार को जंगल तिकोनिया नंबर तीन में वनटांगिया दीपोत्सव मनाने के साथ ही मुख्यमंत्री जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली गिफ्ट भी देंगे। मुख्यमंत्री के हाथों 91 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 62 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का शिलान्यास होगा।