उत्तर प्रदेश में विधान परिषद (एमएलसी) के उप चुनाव में भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।दारा सिंह चौहान का एमएलसी बनना लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा के संख्या बल के आधार पर ही नहीं बल्कि मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने पहले ही उनके खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला कर लिया है। किसी अन्य दल से भी अभी तक कोई नामांकन नहीं किया गया है।गौरतलब है कि डॉ. दिनेश शर्मा के राज्य सभा जाने के बाद एमएलसी से उनके इस्तीफा देने पर यह सीट खाली हुई थी। इस सीट पर पहले मतदान 29 जनवरी को होना था लेकिन 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के बाद निर्वाचन आयोग ने सोमवार को संशोधित चुनाव कार्यक्रम जारी किया था। अब 30 जनवरी को उपचुनाव होगा। नाम वापसी 22 जनवरी के बजाय 23 जनवरी को होगी। डॉ. शर्मा की एमएलसी सीट का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक है।दारा सिंह चौहान को ही भाजपा ने घोसी उपचुनाव में भी उतारा था लेकिन सपा प्रत्याशी से उन्हें करारी हार मिली थी। दारा सिंह चौहान योगी की पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन छोड़ दिया और कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देकर सपा ज्वाइन कर ली थी। सपा ने उन्हें घोसी से उतारा और वह विधायक भी बने थे। लेकिन सपा उन्हें ज्यादा समय तक रास नहीं आई और पिछले साल सपा से इस्तीफा देकर दोबारा भाजपा में लौटे और विधायक की सीट से भी इस्तीफा दिया था।दारा सिंह के इस्तीफे से ही खाली हुई घोसी सीट पर भाजपा ने उन्हें ही आजमाया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। अब भाजपा एमएलसी के जरिए उन्हें विधायक बनाने जा रही है। माना जा रहा है कि योगी कैबिनेट के विस्तार में दारा सिंह चौहान को भी ओपी राजभर के साथ मंत्री बनाया जाएगा।