बरेली में मौलाना तौकीर रजा की बयानबाजी को लेकर शुक्रवार को सुबह से ही शहर का माहौल संवेदनशील था। दोपहर में जुमे की नमाज के बाद इस्लामिया मैदान पर भीड़ जमा होने से पूरे शहर में दहशत का माहौल बन गया।पूरे दिन शहर में अफवाहों का दौर चलता रहा। पुराना शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाका सैलानी, मीरा की पैठ आदि में शुक्रवार को सुबह से ही दुकानें बंद थीं। इस वजह से प्रदर्शन को लेकर लोग पहले से ही तमाम आशंकाओं में घिरे हुए थे। इसके बाद भी श्यामगंज, कालीबाड़ी, सिविल लाइंस, कुतुबखाना समेत अन्य इलाकों में दुकानें खुली थीं। मगर जुमे की नमाज के बाद जब लोगों ने इस्लामिया ग्राउंड का रुख किया और वहां हजारों लोगों की भीड़ जमा हुई तो पूरे शहर में दहशत का माहौल बन गया। स्कूलों में भी दोपहर में ही छुट्टी होने से लोगों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई। फिर कुछ ही देर में शहर के सभी बाजार बंद हो गए और दहशत के चलते लोग घरों में कैद हो गए। लोग छतों पर चढ़कर माहौल को देखते रहे।
पूरे दिन उड़ती रहीं अफवाहें
मौलाना तौकीर रजा के गिरफ्तारी के ऐलान को लेकर शुक्रवार को पूरे दिन माहौल बिगड़ने को लेकर अफवाहों का दौर चलता रहा। लोग एक दूसरे को फोन करके शहर के हालात के बारे में जानकारी लेते रहे। स्कूलों की जल्दी छुट्टी होने से भी अफवाहों को काफी बल मिला।
तलाशी में छत पर मिले ईंट-पत्थर
इस्लामिया ग्राउंड के पास पुलिस ने ड्रोन से भी निगरानी कराई। इस दौरान जब छतों पर निगरानी कराई जा रही थी तो एक छत पर ईंट-पत्थर का ढेर लगा दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने तत्काल वहां पहुंचकर उन्हें हटवाया।