इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर ईरान कई बार धमकी दे चुका है कि वह भी इसमें उतर सकता है। ईरान का कहना है कि यदि इजरायल ने गाजा पर हमले नहीं रोके तो फिर हम भी तैयार हैं और जंग का विस्तार हो सकता है।
अब अमेरिका ने भी उसे चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उसने या उसके समर्थित उग्रवादी संगठन ने कहीं भी अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाया तो फिर भी पीछे नहीं हटेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संयु्क्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि अमेरिका के लोगों पर कहीं भी ईरान की ओर से हमला हुआ तो हम निर्णायक कदम उठाएंगे।
दरअसल हमास और इजरायल की जंग से पूरे मध्य पूर्व में ही हालात बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया है। हमास और हिजबुल्लाह को ईरान समर्थित उग्रवादी संगठन माना जाता है, जो फिलहाल इजरायल पर हमले कर रहे हैं। वहीं इजरायल की ओर से भी लगातार हमले जारी हैं और सोमवार की रात को तो उसके गाजा पट्टी पर किए हमलों में 700 लोगों की मौत हो गई। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में ब्लिंकन ने कहा, ‘अमेरिका ईरान के साथ कोई विवाद नहीं चाहता। हम नहीं चाहते कि यह जंग और बढ़े। लेकिन ईरान और उसके समर्थित संगठनों ने कहीं भी अमेरिकी लोगों पर हमला किया तो हम कोई गलत नहीं करेंगे। अपने लोगों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे।
इस बीच अमेरिका ने मध्य पूर्व में मौजूद अपने सैनिकों की रक्षा के लिए वॉरशिप भेजे हैं। इसके अलावा लड़ाकू विमान भी अमेरिका भेज रहा है। अब ब्लिंकन ने ईरान को खुलकर चेतावनी दी है कि वह इजरायल और हमास के युद्ध में एक और मोर्चा न खोले। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी सदस्य देशों से कहूंगा कि वे एकजुट होकर संदेश दें कि इजरायल और हमास की जंग में नए मोर्चे न खोले जाएं। यदि कोई और इजरायल या फिर उसके सहयोगी देशों को निशाना बनाता है तो उसे नतीजे भुगतने होंगे। इस आग में घी डालना ठीक नहीं है।’
निशाने पर UN के चीफ भी, इजरायल ने तो इस्तीफा ही मांग लिया
वहीं इस जंग में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस भी निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने हमास के आतंकी हमले को लेकर कहा था कि यह कोई अचानक हुई प्रतिक्रिया नहीं है बल्कि 56 सालों से फिलिस्तीन के लोग परेशान हैं। उनकी जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। हालांकि इस पर इजरायल ने अपना गुस्सा निकाला है और संयुक्त राष्ट्र के महासिचव से कहा कि वह तो इस पद के लायक ही नहीं हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी से इस्तीफा देना चाहिए।