यूपी के सम्भल में अदालत के आदेश पर हुए जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी. इसमें 4 लोगों की मौत हुए थी. 25 लोग घायल हुए थे. हिंसा से संबंधित जानकारी लेने के लिए शनिवार को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल सम्भल जाएगा. इसमें 15 नेता होंगे, जो कि लोगों से बात करने के बाद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने बताया कि अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल सम्भल जाएगा. हिंसा की जानकारी लेकर रिपोर्ट सौंपेगा. सपा नेताओं के सम्भल जाने की जानकारी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स भी दी है. इसमें कहा गया है कि पार्टी प्रमुख के निर्देश पर प्रतिनिधिमंडल 30 नवंबर को सम्भल जाएगा.इस प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव, सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल, सांसद हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर्रहमान वर्क और नीरज मौर्य भी हैं. इसके साथ ही विधायक कमाल अख्तर, नवाब इकबाल महमूद, रविदास मेहरोत्रा और पिंकी सिंह यादव समेत 15 नेता शामिल हैं.
पहले सर्वे के साथ ही तनाव की स्थिति बन गई थी
संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद का पहला सर्वे हुआ था. इस सर्वे के साथ ही तनाव की स्थिति बन गई थी. इसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वे किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी. कोर्ट ने सर्वे का आदेश जिस याचिका पर दिया, उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था.
हिंसा के कई दिन बाद इंटरनेट सेवा बहाल
उधर,सम्भल में हिंसा के कई दिन बाद इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है.जिला सूचना अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम चार बजे इंटरनेट सेवा बहाल की गई. शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया.नमाज से पहले जिले के अधिकारियों ने लोगों से जामा मस्जिद में जमा होने के बजाय आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की थी. साथ ही हालत पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे.अधिकारियों ने कहा कि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना टालने के लिहाज से ड्रोन की भी मदद ली गई.