कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ आए पार्टी नेताओं ने सोमवार को मकर संक्रांति पर सरयू स्नान के बाद नागेश्वरनाथ महादेव, हनुमानगढ़ी और रामलला के मंदिर में दर्शन-पूजन किया।रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कांग्रेस नेताओं को अपने आवास पर आमंत्रित कर खिचड़ी भोज कराया। इस दौरान राम जन्मभूमि मंदिर के सामने पार्टी का झंडा लहरा रहे एक कांग्रेस समर्थक के साथ कुछ लोगों ने धक्का-मुक्की की और हाथ से झंडा छीनकर जमीन पर फेंक दिया। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने हस्तक्षेप कर विवाद का पटाक्षेप कराया।प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि यह निजी यात्रा है। वह राजनीति से हटकर मित्रों के साथ यहां आए हैं। सरयू स्नान के बाद सबने एक साथ मंदिरों में दर्शन-पूजन कर बहुत ही सुखद अनुभूति हुई और मन को शांति मिली। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में न आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मंदिर में माथा टेकने के लिए किसी के निमंत्रण की आवश्यकता नहीं होती है। जब भी उनको सुविधा होगी, वे निश्चित रूप से आएंगे। इस निमंत्रण के पीछे की भूमिका गलत है। धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मंदिर निर्माण के बाद प्राण-प्रतिष्ठा गौरव की बात है, लेकिन इसका राजनीतिकरण किया जाना निंदनीय है। कुछ राजनीतिक विचारधारा के लोग इसका श्रेय लेना चाहते हैं, जो उचित नहीं है।उधर, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने दो टूक कहा कि वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी के प्रतिनिधि के रूप में ही यहां खड़े हैं, वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि रामलला के पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने हमें आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं, उनका आशीर्वाद सबके साथ है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि भगवान के मंदिर में आने के लिए कहीं निमंत्रण दिया जाता है? भगवान जिसे बुलाते हैं, वह दौड़कर दर्शन करने चला आता है।पार्टी कार्यकर्ता के साथ धक्का-मुक्की के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार इसकी जांच कराए कि ये अराजक तत्व कहां से आए? दर्शन के बाद सभी कांग्रेस नेताओं ने रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास के घर खिचड़ी भोज में हिस्सा लिया।इस मौके पर कांग्रेस की राष्ट्री प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, हरियाणा से कांग्रेस के सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना, पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव पांडेय, प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता, अयोध्या के जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष वेद कमल सिंह, गौरव तिवारी वीरू व चेत नारायण सिंह समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।