अपने दावे पर घिर गईं आतिशी, मानहानि नोटिस के बाद ECI ने भी मांग लिया जवाब

आम आदमी पार्टी (आप) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जॉइन करने के ऑफर वाले दावे पर आप नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।आतिशी को यह बताने को कहा गया है कि उन्होंने इस तरह का दावा किस आधार पर किया है। केजरीवाल सरकार की ताकतवर मंत्री को जवाब देने को कहा गया है। भाजपा ने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की थी।चुनाव आयोग के नोटिस में कहा गया है, ‘…आप (आतिशी) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार में मंत्री हैं और एक राष्ट्रीय पार्टी की नेता हैं। सार्वजनिक मंच से नेताओं द्वारा कही गई बातों पर मतदाता विश्वास करते हैं और इस तरह से उनके द्वारा दिए गए बयान प्रचार विमर्श को प्रभावित करते हैं।’ निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह अपेक्षा करता है कि आप नेता द्वारा दिए गए बयानों का एक ‘तथ्यात्मक आधार’ होना चाहिए और चूंकि दिए गए बयानों की सत्यता पर विवाद हुआ है, इसलिए उन्हें तथ्यात्मक आधार के साथ इसका समर्थन करने में सक्षम होना चाहिए। आप नेता को सोमवार दोपहर तक जवाब देने को कहा गया है। नोटिस में कहा गया है, ‘इसलिए, अब आपसे इस मामले पर अपना जवाब देने के लिए कहा जाता है…।’2 अप्रैल को आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दावा किया था कि उनके एक बेहद करीबी व्यक्ति के जरिए भाजपा ने ऑफर दिया है। मंत्री ने दावा किया था कि भाजपा में शामिल नहीं होने पर उन्हें एक महीने में गिरफ्तार कर लिए जाने की धमकी दी गई है। भाजपा ने आतिशी को सबूत देने या फिर मानहानि केस का सामना करने को कहा था। भाजपा ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है और साथ ही चुनाव आयोग से भी इसकी शिकायत की थी।

आतिशी ने नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘आज यह चिंता का विषय है कि जिस तरह केंद्र सरकार की बहुत सारी एजेंसियां भाजपा शासित केंद्र सरकार के सामने नतमस्तक है। आज ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग भी भाजपा के सामने नतमस्तक हो गया। आम आदमी पार्टी बार-बार शिकायत करती है, कोई ऐक्शन नहीं होता है। सीबीआई, ईडी इनकम टैक्स विपक्षी नेताओं पर रेड करते हैं आचार संहिता लगने के बाद। लेकिन जैसे ही भाजपा शिकायत देती है तो 12 घंटे के अंदर उस पर नोटिस आता है। वह नोटिस मेरे पास आने से पहले भाजपा टीवी पर ब्रेक करा देती है।’केजरीवाल की तरह आईआरएस अधिकारी रह चुकीं सुनीता मुख्यमंत्री के जेल जाने से पहले आम आदमी पार्टी में कभी किसी तरह की भूमिका निभाते नजर नहीं आईं थीं। उन्होंने खुद को घर तक सीमित रखा था। लेकिन केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद वह कई मोर्चे पर काम करती दिख रही हैं। वह एक तरफ पार्टी और केजरीवाल के बीच पुल की भूमिका निभाती दिख रही हैं तो दूसरी तरफ केंद्र सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल रही हैं। वह अपने भावुक संदेशों और अपीलों के जरिए पार्टी के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश भी कर रही हैं। वह कार्यकर्ताओं का हौसला भी खूब बढ़ा रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *