खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के लिए प्लान तैयार था, मगर अमेरिका ने उसे फेल कर दिया। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस अथॉरिटीज ने एक सिख अलगाववादी को अमेरिकी धरती पर ढेर करने की साजिश नाकाम कर दी।
पन्नू अमेरिकी और कनाडाई नागरिक है जो सिख फॉर जस्टिस का जनरल काउंसिल है। यह अमेरिका स्थित ग्रुप है जो अलग खालिस्तान स्टेट की मांग करता है। मालूम हो कि इसी साल ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर गई थी। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसमें भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।
अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने पन्नू मामले में न्यूयॉर्क जिला अदालत में साजिश को लेकर एक अपराधी के खिलाफ सीलबंद अभियोग दायर किया है। फिलहाल अमेरिका का जस्टिस डिपोर्टमेंट इस पर विचार कर रहा है कि क्या अभियोग को खोला जाए और आरोपों को सार्वजनिक कर दें या नहीं। साथ ही कनाडा की ओर से निज्जर की हत्या की जांच पूरी होने तक इंतजार करने की बात भी सामने आई है। मामले के जानकार लोगों ने बताया, ‘ऐसा माना जा रहा है कि अभियोग में आरोपित व्यक्ति अमेरिका छोड़कर जा चुका है।’
FBI ने मामले पर टिप्पणी करने से किया इनकार
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी न्याय विभाग और एफबीआई ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की ओर से कहा गया कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ चल रहे कानूनी मामलों या निजी राजनयिक चर्चाओं पर टिप्पणी नहीं करता है। हालांकि, यह जरूर कहा गया कि अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा कायम रखना सर्वोपरि है। यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब भारत ने करीब 2 महीने के विराम के बाद कनाडाई नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा सेवा बहाल कर दी है।
कनाडाई पीएम के आरोपों से पैदा हुआ था तनाव
खालिस्तानी निज्जर की हत्या को लेकर कनाडाई पीएम के आरोपों को लेकर भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका बताकर खारिज कर दिया था। कुछ दिन बाद भारत ने घोषणा की कि वह कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करने की प्रक्रिया को अस्थाई रूप से निलंबित कर रहा है। उसने कनाडा से भारत में अपने राजनयिकों की संख्या कम करने को भी कहा था। भारत ने कनाडा से यह भी कहा था कि वह अपनी धरती से गतिविधियां चला रहे आतंकवादियों और भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करे। सूत्रों ने बताया कि भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवा फिर से शुरू कर दी है।