लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी की पिछली सरकारों पर जोरदार हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि सात आठ वर्ष पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि उत्तर प्रदेश में भी निवेश और नौकरियों को लेकर ऐसा माहौल बनेगा।चारों तरफ अपराध, दंगे, छीना झपटी यही खबरें आती रहती थीं। उस दौरान अगर कोई कहता की यूपी को विकसित बनाएंगे तो शायद कोई सुनने को तैयार नहीं होता। विश्वास करने का तो सवाल ही नहीं होता। लेकिन आज लाखों करोड़ों रुपए का निवेश उत्तर प्रदेश की धरती पर उतर रहा है।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा इस समय टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ यूपी की 400 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर लाखों लोग इस कार्यक्रम के साथ जुड़े हुए हैं। जो लोग टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़े हैं मैं उन सभी परिवारजनों का भी हृदय से स्वागत करता हूं। मोदी ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं। मेरे उत्तर प्रदेश में कुछ होता है तो मुझे सबसे ज्यादा आनंद होता है। आज हजारों प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो रहा है। फैक्ट्रियां और उद्योग लग रहे हैं। यह यूपी की तस्वीर बदलने वाले हैं।पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में डबल इंजन की सरकार बने 7 वर्ष हो रहे हैं। 7 वर्षों में प्रदेश में रेड कारपेट बन गया है। बीते 7 वर्षों में यूपी में क्राइम कम हुआ है। बीते 7 वर्षों में यूपी में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। डबल इंजन की सरकार ने दिखाया है कि अगर बदलाव की सच्ची नियत है तो फिर कोई रोक नहीं सकता है। बीते वर्षों में यूपी में होने वाले एक्सपोर्ट दोगुना हो चुका है। आज यूपी वह राज्य है जहां सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे हैं। यहां देश में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। आज यूपी वह राज्य है जहां देश की पहली रैपिड रेल चल रही है।पीएम मोदी ने कहा कि यूपी के साथ अतीत में भेदभाव हुआय़।डबल इंजन की सरकार ने उस पुरानी राजनीतिक सोच को बदला है। उत्तर प्रदेश के हर परिवार के जीवन को आसान बनाने में जुटे हैं। जब जीवन आसान होगा तो बिजनेस करना और कारोबार करना अपने आप में आसान होगा। गरीबों के लिए चार करोड़ पक्के घर बनाए हैं। शहरों में रहने वाले मध्यम परिवारों को भी अपना घर का सपना पूरा करने के लिए लगभग 60000 करोड़ की मदद की। इससे शहरों में रहने वाले 25 लाख मध्यम वर्ग की परिवारों को ब्याज में छूट मिली है। डेढ़ लाख लाभ परिवार मेरे यूपी के हैं।पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने आयकर में जो कमी की उसका भी बड़ा लाभ मध्यम वर्ग को मिला है। 2014 से 2 लाख की आय पर ही इनकम टैक्स लग जाता था। जबकि अब 7 लाख रुपए तक की आय पर कोई टैक्स अब नही है। इस वजह से मध्यम वर्ग के हजारों करोड़ों रुपए बचे।पीएम मोदी ने कहा कि जब तक हर लाभार्थी को उसका लाभ नहीं मिल जाता हमारी सरकार शांत नहीं बैठेगी। चाहे राशन हो, मुफ्त इलाज हो, पक्का घर हो या फिर बिजली, पानी, गैस कनेक्शन हो। यह हर लाभार्थी को मिलना चाहिए। शहरों में रहने वाले पटरी, रेहड़ी वालों की मदद करने के बारे में किसी सरकार ने नहीं सोचा। इन लोगों के लिए हमारी सरकार पीएम सम्मन निधि योजना लेकर आई। इसलिए देश भर में पटरी वालों को 10000 करोड रुपए की मदद की जा चुकी है। यहां यूपी में भी 22 लाख पटरी वालों को इसका लाभ मिला है। पीएम स्वनिधि की योजना का जो प्रभाव हुआ गरीब को संभल मिलता है। वह कुछ भी कर सकता है।दस लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओ का शुभारंभइससे पहले पीएम मोदी ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के जरिए उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की 14 हजार से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इंदिरा गांधी प्रतष्ठिान में आयोजित कार्यक्रम में श्री मोदी ने रिमोट का बटन दबा कर परियोजनाओ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री मोदी को प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर आधारित एक लघु फिल्म भी दिखाई गयी। सरकार का दावा है कि जीबीसी 4.0 के जरिये प्रदेश में करीब 34 लाख रोजगार के अवसरों की संभावनाओं के द्वारा भी खुल जाएंगे।यह योगी सरकार का चौथा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह है। इससे पहले योगी सरकार तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित कर चुकी है, जिसके माध्यम से प्रदेश में 2.10 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतारा गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी-2018 में पहली बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। समिट में 4.28 लाख करोड़ रुपए के 1,045 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे।इसके बाद जुलाई-2018 में प्रथम ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह तथा जुलाई 2019 में दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया, जिसमें क्रमशः 61,792 करोड़ रुपए के निवेश वाली 81 परियोजनाओं तथा 67,202 करोड़ रुपए के निवेश वाली लगभग 290 परियोजनाओं का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया गया। जून 2022 में, ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 80,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश वाली 1,400 से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया।