नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कर्नाटक सरकार की ओर से हिजाब पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर निशाना साधा। उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस नेताओं मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से इसे हटाए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘सरकार को इसमें हस्तक्षेप क्यों करना चाहिए? और ऐसे आदेश पारित किए जाते हैं जिसके जरिए मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है। पहले जब कर्नाटक में ये सब होता था तब हमें कोई आश्चर्य नहीं होता था क्योंकि उस समय वहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी।’
तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रहे अब्दुल्ला ने कहा, ‘लेकिन यह दुखद है कि कांग्रेस के शासन में भी ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।’ बारामूला में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उमर ने कहा, ‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सीनियर नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से अपील करता हूं कि कर्नाटक में जो आदेश जारी किया गया है उस पर फिर से विचार करें और इस आदेश को रद्द करने पर काम करें।’
जनता का सामना करने को तैयार नहीं भाजपा: उमर
जम्मू-कश्मीर में चुनाव के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा लोगों का सामना करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘विधानसभा चुनाव की बात तो आप फिलहाल छोड़ ही दीजिए। यह देखिए कि नगर निगम चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं। श्रीनगर में नगर पालिका (निगम) अब अस्तित्व में नहीं है, यहां तक कि जम्मू नगर पालिका का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। आने वाली जनवरी तक सभी नगर पालिकाओं का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। इस मामले पर भी कोई ऐक्शन नहीं लिया जा रहा है।’
मंगलसूत्र उतरवाने पर मचा था बवाल
कर्नाटक एग्जामिनेशन अथॉरिटी ने राज्य में विभिन्न बोर्डों और निगमों की भर्ती परीक्षाओं के दौरान परीक्षा हॉल में किसी भी प्रकार के सिर ढकने पर रोक लगा दी। साथ ही किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लेकर आने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। दरअसल, 6 नवंबर को कर्नाटक लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने आई महिला को एग्जाम हॉल में जाने से पहले मंगलसूत्र उतारने के लिए कहा गया था। इस घटना को लेकर हंगामा मच गया और हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद महिलाओं को एग्जाम हॉल के अंदर मंगलसूत्र और पैर की अंगूठियां पहनने की इजाजत दे दी गई।