42 केस लंबित, अगले 10 साल तक रहेंगे व्यस्त; शाहजहां शेख के वकील से बोला कोर्ट

लकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि अदालत को शाहजहां शेख के साथ कोई ‘हमदर्दी’ नहीं है और उसके वकील से चार मार्च को कोर्ट के समक्ष पेश होने को कहा। शेख के वकील अदालत में पेश हुए और अपने मुवक्किल के संबंध में तत्काल सुनवाई की मांग की।मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि अदालत को शेख के साथ कोई ‘हमदर्दी’ नहीं है और उसके वकील से कहा कि वह सोमवार को पेश हों जब संदेशखाली में कथित यौन अत्याचार एवं आदिवासी लोगों की भूमि कब्जे को लेकर मामले की सुनवाई होगी। कोर्ट ने कहा कि शेख पर 42 मामले लंबित हैं और उनके वकील इन्हें संभालने में अगले दस सालों तक व्यस्त रहेंगे।उच्च न्यायालय ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है। अदालत ने कहा कि अगर शेख ने वकील को वकालतनामा दिया है तो उसके ठिकाने का भी पता होगा। यौन अत्याचार और जमीन हड़पने के आरोपी शेख को राज्य पुलिस ने बृहस्पतिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। जब शेख के वकील ने कहा कि उसकी अग्रिम जमानत याचिका दो दिन पहले खारिज कर दी गई थी और चार अन्य आवेदन अब भी अदालतों के समक्ष लंबित हैं तो मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि टीएमसी नेता के खिलाफ 42 मामले लंबित हैं।मुख्य न्यायाधीश ने वकील से कहा कि उनके पास अगले 10 वर्ष तक शानदार काम होगा क्योंकि वह शेख से संबंधित मामलों को संभालने में व्यस्त रहेंगे। उन्होंने कहा कि शेख से संबंधित मामलों को संभालने के लिए वकील को एक बड़ी कानूनी टीम की आवश्यकता होगी।बता दें कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के नेतृत्व में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन और कई दिनों तक चले सियासी संग्राम के बाद तड़के 55 दिनों से फरार शाहजहां शेख को गिरफ्तार कर लिया गया। शेख पर यौन उत्पीड़न एवं जमीन हड़पने का आरोप है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि शेख को उत्तर 24 परगना जिले के सुंदरवन के बाहरी इलाके में संदेशखालि से लगभग 30 किमी दूर मिनाखान थाना क्षेत्र में एक घर से गिरफ्तार किया गया।

छह साल के लिए शाहजहां TMC से सस्पेंड
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां को निलंबित कर दिया है। पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा शेख की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद, पार्टी ने शाहजहां को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित करने के फैसले की घोषणा की। एक संवाददाता सम्मेलन में, तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन, पश्चिम बंगाल के मंत्री ब्रत्य बसु ने फैसले की घोषणा की और कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार कानून के शासन को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि भाजपा संदेशखाली मुद्दे पर व्यवधान पैदा करने की कोशिश कर रही है। डेरेक ने भाजपा को दागी नेता, भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती दी।

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