अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद एक विशाल ज्ञान यज्ञ का आयोजन होगा। जिसमें पूरे भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के शास्त्रत्तर्थी विद्वान अपने तर्कों और शास्त्र ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे।अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जिसमें कई सरकारी व निजी संस्थाएं अपने-अपने तरीके से योगदान दे रही हैं।
इसके मद्देनजर गोमती नगर स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वृहद् ज्ञानयज्ञ का आयोजन शास्त्र समाराधन के रूप में करने जा रहा है। जिसके तहत अखिल भारतीय शास्त्र स्पर्धा का आयोजन होगा। इसमें पूरे भारत से शास्त्रत्तर्थ में विजेता होकर आए शास्त्रत्तर्थी विद्वान अपने शास्त्र ज्ञान और शास्त्र अभ्यास का प्रदर्शन कर विशाल ज्ञान यज्ञ में भागीदारी करेंगे। इसके लिए केन्द्रीय संस्कृत विवि, नई दिल्ली और लखनऊ के अधिकारी अयोध्या दौरा कर के तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय
लखनऊ के आचार्य डॉ. पवन दीक्षित ने बताया कि अखिल भारतीय शास्त्रीय स्पर्धा में व्याकरण, साहित्य, न्याय, सांख्ययोग, मीमांसा, वेदान्त, धर्मशास्त्रत्त्, ज्यौतिष, जैनबौद्धदर्शन, वेदभाष्य, आयुर्वेद आदि शास्त्रत्तें में स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इन शास्त्रत्तें में शलाका परीक्षा का भी आयोजन होगा। इसके अलावा कण्ठपाठ, समस्यापूर्ति, अक्षरश्लोकी और शास्त्रिय स्फूर्ति स्पर्धा आदि भी शामिल रहेंगी।
शास्त्रत्तर्थी चयनित
डॉ. पवन दीक्षित ने बताया कि पूर्वी, उत्तरी, मध्य, दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्र में स्थित केंद्रीय संस्कृत विवि की ओर से शास्त्रत्तर्थ का आयोजन किया गया था। इसके विजेता अयोध्या में शास्त्रत्तर्थ करेंगे।
शास्त्र स्पर्धा 18 मार्च से
अयोध्या की मणिराम दास छावनी में 18 से 21 मार्च के बीच अखिल भारतीय शास्त्रत्त् स्पर्धा का आयोजन किया गया है। इसमें देशभर के शास्त्रत्तें के विद्वान, आचार्य शामिल होंगे।