राजीव गांधी की मौत पर रोए थे मेरे पिता, राजनीति से हो गया था मोहभंग: स्मृति इरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने पिछले दिनों अपने पिता अजय कुमार मल्होत्रा के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इसकी एक तस्वीर भी शेयर करते हुए स्मृति इरानी ने कहा था कि यह ऐसे ही है, जैसे पैरेंट्स टीचर मीटिंग हो रही हो।अब इस मीटिंग का जिक्र करते हुए स्मृति इरानी ने बताया कि खुद उनके पिता ने कहा था कि नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं और दुनिया में भारत की साख बढ़ी है। इसलिए वह पीएम से मिलकर उन्हें थैंक्यू कहना चाहते हैं। स्मृति इरानी ने ANI से बातचीत में बताया है कि उनके पिता ने राजीव गांधी की मौत के बाद राजनीति में सक्रिय योगदान बंद कर दिया था।

स्मृति इरानी ने कहा कि मेरे पिता जी ने राजीव गांधी की मौत के बाद सक्रिय राजनीति छोड़ दी थी। मैंने उन्हें रोते हुए देखा था। एक आदमी जो राजनीतिक और वैचारिक तौर पर दूसरे पाले में था, उसने कहा कि मैं एक बार प्रधानमंत्री से मिलना चाहता हूं। इसके बाद वह मेरे साथ पीएम मोदी से मिले। उन्होंने माना कि आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की क्या स्थिति है। स्मृति इरानी ने कहा कि मेरे लिए यह जीवन के एक चक्र के पूरे होने जैसा है और स्थिति एकदम अलग हो गई। जब मेरे मेरे 74 साल के पिता ने कहा कि मुझे एक बार मोदी को थैंक्यू बोलना है।

यही नहीं अपनी बेटी के साथ गोवा के कैफे को लेकर जुड़े विवाद पर भी स्मृति इरानी ने कहा कि यह गलत था। मेरी 16 साल की बेटी को घसीटा गया। बच्चे कई बार बच्चों को मेरी वजह से बहुत कुछ झेलना पड़ता है। स्मृति इरानी ने कहा कि यहां तक कि मेरा बेटा जब 10वीं में था तो गणित का पेपर काफी कठिन आया। इस पर बच्चों ने कहा कि तुम्हारी मां ने पेपर सेट किया होगा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उस दौरान मैं शिक्षा मंत्री थी। गौरतलह है कि स्मृति इरानी नरेंद्र मोदी सरकार में शुरुआती दौर से ही मंत्री के पद पर हैं। वह अमेठी से लोकसभा सांसद भी हैं, जहां उन्होंने कांग्रेस के राहुल गांधी को हराया था।

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